नई दिल्‍ली. दिल्‍ली महिला आयोग में हाल ही में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. एक परिवार ने अपनी 22 साल की बेटी को उसके पति के घर से ही अगवा कर लिया. हालांकि समय रहे दिल्‍ली महिला आयोग की टीम मौके पर पहुंच गई और लड़की को बरामद कर लिया.

दिल्ली महिला आयोग की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया कि आयोग ने दिल्ली पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मिलकर एक 22 वर्षीय लड़की को रेस्क्यू करवाया है, जिसे उसके परिवार ने दिल्ली में उसके पति के घर से अपहरण कर लिया था. जून 2023 में आयोग की सदस्य फिरदौस खान को एक लड़की की शिकायत मिली, जिसमें बताया गया कि वह उत्तर प्रदेश के अमरोहा में रहती है और उसने अपने परिवार की इच्छा के खिलाफ जाकर मई 2023 में अपनी पसंद के व्यक्ति से शादी कर ली.

लड़की ने बताया कि उसे अपने परिवार से जान का खतरा था इसलिए वह भागकर दिल्ली आ गई और अपने पति के साथ वहीं रहने लगी. इसके बाद आयोग ने तुरंत दिल्ली पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराने में लड़की और उसके पति की सहायता की. हालांकि, लड़की ने उस समय अपने परिवार वालों के खिलाफ कोई भी कानूनी कार्रवाई करने से इनकार कर दिया था.

इसके कुछ दिन बाद 21 जुलाई 2023 को आयोग को 181 महिला हेल्पलाइन पर लड़की के पति ने कॉल की. उन्होंने बताया कि लड़की के परिवार के कुछ पुरुष सदस्यों ने दिल्ली स्थित उनके घर आकर उसके साथ मारपीट की और उसकी पत्‍नी को वहां उठवा के ले गए हैं. इस मामले पर आयोग की सदस्य फिरदौस खान ने अध्यक्ष स्वाति मालीवाल से चर्चा की, जिन्होंने तुरंत एक टीम बनाई गई और उन्हें दिल्ली पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ समन्वय करने के लिए कहा.

आयोग सदस्य फिरदौस खान ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश दोनों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से भी बात की. इसके बाद हर्ष विहार थाने में आईपीसी की धारा 365/323/34 के तहत तुरंत एफआईआर दर्ज की गई और दिल्ली पुलिस की एक टीम को लड़की के माता-पिता के निवास पर उत्तर प्रदेश भेजा गया. यूपी पुलिस भी लड़की के माता-पिता के घर पहुंची. पुलिस की कार्रवाई और बढ़ते दबाव को देखते हुए लड़की के परिजन उसे रात में ही थाना गजरौला, उत्तर प्रदेश में छोड़ गए. इसके बाद लड़की को दिल्ली लाया गया और आयोग की मौजूदगी में उसकी मेडिको लीगल जांच कराई गई. फिलहाल आयोग लड़की की काउंसलिंग कर रहा है और उसे कानूनी सहायता प्रदान कर रहा है.

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, ‘हमें हमारी 181 हेल्पलाइन पर एक 22 वर्षीय लड़की के उसके ही परिवार द्वारा अपहरण के संबंध में एक कॉल मिली. हमारी टीम ने तेजी से कार्रवाई की और दिल्ली पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस की मदद से कुछ ही घंटों में लड़की को बचा लिया गया और दिल्ली लाया गया. मैं यह सोचकर कांप उठती हूं कि अगर समय पर मदद उस तक नहीं पहुंची होती तो उसके साथ क्या होता. हम लड़की को हर संभव सहायता प्रदान करेंगे. परिवार के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि वे भविष्य में लड़की को नुकसान पहुंचाने की हिम्मत न कर सकें.’

टैग: दिल्ली महिला आयोग, स्वाति maliwal

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