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सलीम-जावेद की जोड़ी हिट थी, लेकिन ये जोड़ी अलग हुई तो उनकी जावेद साहब पर कोई भरोसा नहीं कर पा रहा था. राहुल रवैल वो पहले शख्स थे, जिन्होंने जावे साहब पर भरोसा किया और कहा, ‘फिल्म लिखों, हम बनाएंगे.’ राहुल रवैल और जावेद अख्तर दोनों बंबई के सबसे करीबी और आसानी से पहुंचे जा सकने वाले हिल स्टेशन लोनावला पहुंचे. दोनों ने दिन बीता दिया, लेकिन फिल्म का कहानी पर कोई काम नहीं हो सका. रात हुई लेकिन जावेद अख्तर साहब को नींद नहीं आ रही थी. उन्हें पढ़ने-लिखने का आदत थी, तो पास में रखे न्यूज पेपर को उठाया और पढ़ने लगे. पेपर में एक गैंगेस्टर की सच्ची स्टोरी थी. स्टोरी पढ़ने के बाद तड़के 4 बजे सोते हुए राहुल को उठाया. वह गहरी नींद में थे, लेकिन जावेद ने कहा कि मेरे दिमाग में फिल्म बनाने का एक कमाल का आइडिया आया है.
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