04
![](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2023/07/Laxmi_Sahgal_Rajni_Parjapti_Saraswati_Rajamni_Neera_Arya_and_others.jpg?im=Resize,width=700,aspect=fit,type=normal)
नेता जी के साथ कदम-ताल मिलाकर चलने वाली नीरा को अंग्रेजों ने जासूसी करते हुए गिरफ़्तार कर लिया और उन पर हत्या का आरोप लगाकर अंडमान में काले-पानी की सजा दी. उन्होंने अपनी आत्मकथा में बताया, ‘अंधेरे बंद छोटे कमरों में महिला कैदियों को यहां रखा गया था. अपने तमाम कष्ट भूलकर उन्हें सिर्फ इस बात की चिंता थी, इस टापू वाले जेल में वह स्वतंत्रता सेनानियों से कैसे मिलेंगी, कैसे उनकी मदद करेंगी, कैसे देश को अंग्रेजों से आजादी दिलाएंगी.