नई दिल्ली. केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि आनेवाले 5 सालों में देश के 30 फीसदी अन्न भंडारण का काम सहकारी समीतियों के पैक्स (Primary Agricultural Credit Society- PACS) करेंगे. शाह ने कहा कि पैक्स ग्रामीण आर्थिक गतिविधियों की आत्मा हैं. देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने सहकारिता मंत्रालय बनाया है. जिनके पास कम पूंजी है, सहकारिता समितियों के जरिए उनकी ये दिक्कत दूर करने का प्रयास किया गया है. इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि ‘मैं अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) को बहुत धन्यवाद देना चाहता हूं कि पैक्स से कामन सर्विस सेंटर (CSC) की सेवाओं से जोड़ दिया गया है. 17 हजार पैक्स रेलवे और ट्रेन टिकट बुकिंग भी कर पाएंगे, इस योजना पर काम चल रहा है.’

केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि ‘ये पीएम मोदी के दो कार्यक्रम का मेल है. सरकारी सुविधा गरीब के दरवाजे पर पहुंची है. सहकारिता मंत्रालय की स्थापना करके पीएम मोदी की सरकार ने इससे हर कमजोर तबके को जोड़ा है. सहकारिता मंत्रालय को मजबूत बनाना है, तो छोटी से छोटी इकाई को मजबूत करना होगा.’ शाह ने कहा कि सहकारिता मंत्रालय बनने के 20 दिन के भीतर में पीएम मोदी ने 2500 करोड़ रुपये पैक्स का कंप्यूटरीकरण करने के लिए दिया.

उन्होंने कहा कि भारत सरकार की छोटी-छोटी योजनाओं को सीएससी से जोड़ा गया है. आज पैक्स के इससे जुड़ाव से गरीब वर्ग को शक्ति मिलेगी. अमित शाह ने कहा कि दो महीने में 17176 पैक्स आन बोर्ड सीएससी से जुड़ चुके हैं, 6000 ने काम करना शुरू कर दिया है, 14000 युवाओं को इससे नौकरी मिलेगी. केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि जब देश की 65 फीसदी आबादी गांवों में बसती है, तो सहकारिता के जरिए ऐसे ही भारत सशक्त होता है.

अमित शाह ने कहा कि 9 सालों में इंटरनेट इस्तेमाल करनेवाले लोगों में 250 फीसदी की वृद्धि हुई है और डेटा की कीमत में 90 फीसदी कमी आई है. शाह ने कहा कि 60 करोड़ लोगों के जीवन को सुधारने का काम पीएम मोदी ने किया है. 60 करोड़ लोग जो अपने जीवन-यापन के लिए संघर्ष करते थे, आज वो जन-धन योजना से जुड़ चुके हैं. अमित शाह ने कहा कि सहारा रिफंड पोर्टल के लांच होने के दो दिन के भीतर ही 5 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है.

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