रायगढ़. महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव में हालात सुधर नहीं रहे हैं. बुधवार देर रात को हुए भूस्खलन में गांव का बड़ा हिस्सा दब गया था और 120 ज्यादा लोग मलबे में फंसे हुए थे. अब तक इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनके शवों को मलबे से निकाला गया है. यही नहीं अब भी राहत एवं बचाव कार्य जारी है. इस बीच महाराष्ट्र के इरशालवाड़ी गांव में भारी भूस्खलन के मलबे में अपने माता-पिता के दबे होने से एक परेशान व्यक्ति ने कहा कि मिट्टी और मलबे के अलावा कुछ नहीं बचा है.
यहां बारिश का कहर अभी भी जारी है और इसके चलते भूस्खलन की आशंका फिर से बढ़ गई है. मिट्टी गिरने के चलते बचाव अभियान धीमा हो गया है. भूस्खलन की ये घटना बुधवार देर रात इरशालवाड़ी में एक पहाड़ी की चोटी पर हुई, जहां एक व्यक्ति और उसके चार दोस्त पहाड़ी के नीचे स्थित एक स्कूल में रात में रुके थे. इस घटना के बारे में बताते हुए व्यक्ति ने कहा कि बुधवार रात करीब साढ़े दस बजे वह स्कूल के कमरे में बैठा था और अपने दोस्तों के साथ बातचीत कर रहा था, तभी उसे तेज आवाज सुनाई दी.
वीडियो | महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के खालापुर इलाके में कल रात बारिश के कारण हुए भूस्खलन के कारण कथित तौर पर कई घर ढह जाने से चार लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य के फंसे होने की आशंका है। सीएम एकनाथ शिंदे ने आज पहले साइट का दौरा किया। एनडीआरएफ बचाव अभियान चला रही है। pic.twitter.com/7rRjfAO6iS
– प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (@PTI_News) 20 जुलाई 2023
पलक झपकते ही मलबे में दब गई जिंदगियां
घटना के बाद रोते हुए अपने परिजनों के लिए परेशान व्यक्ति ने कहा, ‘मैं खुद को बचाने के लिए स्कूल से बाहर भागा और बाद में देखा कि भूस्खलन हुआ है, जिससे हमारे घर क्षतिग्रस्त हो गए. उन्होंने कहा, ‘मेरे माता-पिता मलबे में दबे हुए हैं. अब, मेरे घर की जगह पर मिट्टी और मलबे के अलावा कुछ भी नहीं बचा है.’ उसने कहा कि कोई भी बाहर नहीं आ सका.
45 मकानों की बस्ती में 43 घर भूस्खलन से प्रभावित
हादसे से प्रभावित व्यक्ति ने यह भी कहा कि उसका एक भाई है, जो पास के एक आश्रम (आवासीय) स्कूल में पढ़ता है, और उसका अभी तक कोई पता नहीं लगा है. इलाके के घरों का दौरा करने वाली एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने संवाददाताओं को बताया कि घटनास्थल पर 45 घर थे और उनमें से 43 भूस्खलन से प्रभावित हैं.
भूस्खलन से हुई भारी तबाही
महिला ने दावा किया कि उन घरों में छह साल तक के 25 बच्चों सहित 229 लोग रह रहे थे. पास के एक गांव से आई एक बुजुर्ग महिला ने रुंधे हुए स्वर में कहा कि उनके परिवार के पांच सदस्य भूस्खलन के बाद मलबे में फंस गए हैं. घटनास्थल पर तलाश एवं बचाव अभियान जारी रहने के बीच भूस्खलन प्रभावित लोगों के रिश्तेदार अपने करीबियों का पता लगाने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे.
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पहले प्रकाशित : 20 जुलाई, 2023, 4:22 अपराह्न IST