नई दिल्ली: मौका था सुदूर अंडमान-निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर में वीर सावरकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के उद्घाटन करने जाने का. एयरपोर्ट भी ऐसा, जो अत्याधुनिक भी है और जिसमें हर साल 50 लाख से अधिक यात्रियों का आगमन-प्रस्थान होगा, मगर द्वीप के पर्यावरण पर इसका कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा. खास बात यह कि इसका डिजाइन एक पानी की सीप की तरह है, जिसमें समुद्र और द्वीप दोनों की झलक मिल जाएगी. जब पीएम मोदी अंडमान जैसे इलाकों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए आधुनिकीकरण का ऐलान कर रहे हों तो भला विपक्ष उनके निशाने पर आने से कैसे बच सकता था. आखिर पीएम हर बार जनता को यही कहते आए हैं कि विपक्ष की एकता देश को आगे ले जाने के लिए नहीं बल्कि सिर्फ मोदी को हटाने के लिए है. ऐसा लगा मानो संदेश पोर्ट ब्लोयर पहुंचने के पहले बैंगलुरु पहुंच गया हो, जहां विपक्ष की दो दर्जन पार्टियां और उनके ये सभी बड़े दिग्गज मोदी हटाओ अभियान के लिए रणनीति बना रहे हैं.

नजर आया पीएम मोदी का वही पुराना आक्रामक तेवर
पीएम मोदी एक बार फिर अपने पुराने आक्रामक राजनीतिक अंदाज में नजर आए. विकास की बात तो की ही लेकिन विपक्षी नेताओं की एकता की बखिया उघेरने में भी पीछे नहीं रहे. पीएम का आक्रामक अंदाज भाषण की शुरुआत में ही नजर आने लगा था. पीएम मोदी ने इन तमाम पार्टयों पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके लिए फैमिली फर्स्ट और नेशन नथिंग है. तमिलनाडू के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि वहां भ्रष्टाचार और घोटाले के अनेक मामले नजर आ रहे हैं लेकिन इनके कुनबे के सभी दलों ने पहले ही सबको क्लीन चीट दे दी है. बंगाल में ममता बनर्जी पर हल्ला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पंचायत चुनावों में सरेआम हिंसा हुई, लगातार खून खराबा हो रहा है, इस पर तमाम विपक्षी दलों की बोलती बंद है. राजस्थान में बेटियों पर अत्याचार हो या परीक्षा के पेपर्स लीक हो रहे हों, इन दलों को कुछ दिखाई नहीं देता. कहीं घोटाला होता है, किसी का अपहरण होता है तो कुनबे के सारे लोग चुप हो जाते हैं. दिल्ली की केजरीवाल सरकार भी पीएम मोदी के तीखे हमलों के निशाने पर आई. पीएम ने कहा कि परिवर्तन की बात कर जनता के साथ विश्वासघात करके जब करोड़ों का शराब घोटाला करते हैं तो ये कुनबा फिर से उन्हें फिर से कवर देने लगता है. वहीं पीएम ने पूरे देश को संदेश दिया कि विपक्षी दलों की इन्हीं साजिशों के बीच उन्हें पूरे देश के विकास के लिए समर्पित करना है.

PM Modi: विपक्ष की बैठक को पीएम मोदी ने बताया ‘कट्टर भ्रष्टाचारी सम्मेलन’, कहा- ये लोग अपनी दुकान खोल कर बैठे हैं

चुटीला अंदाज और गानों का इस्तेमाल कर लोगों को खूब लुभाया
पीएम मोदी ने जब लता मंगेशकर के गाए एक पुरानी हिंदी फिल्म का मुखड़ा सुना कर विपक्ष पर निशाना साधा तो लोगों के चेहरे पर बरबस मुस्कुराहट आ गई. पीएम ने विपक्षी एकता की चुटकी लेते हुए इस हिट गाने की पक्तियां दोहराईं और कहा ‘एक चेहरे पे कई चेहरे लगा लेते हैं लोग’. पीएम ने ये भी साफ किया कि ये गाना उन्हें पूरा नहीं आता लेकिन मुखड़े की ये चंद लाइनें बताती हैं लाखों करोड़ों रुपयों का भ्रष्टचार हुआ है. पीएम ने कहा विपक्षी एकता बैठक कुछ नहीं बल्कि 2024 लोकसभा चुनावों के लिए 26 दलों का जुटान है, जिसमें एजेंडा सिर्फ एक है कि कैसे मोदी को हटाएं और खुद को भ्रष्टाचार के आरोप में फंसने से बचाएं. पीएम ने आरोप लगाया कि देश की जनता जान चुकी है कि कट्टर भ्रष्टाचारी ये जमात कट्टर भ्रष्टाचारी सम्मेलन कर रही है. पीएम सिर्फ गाने के बोल सुनाकर नहीं रुके. उन्होने विपक्ष पर तंज कसते हुए एक कविता भी सुनाई. पीएम ने कहा ‘नफरत है, घोटाले हैं. तुष्टिकरण है और मन काले हैं. परिवारवाद की आग में दशकों से देश हवाले है’. पीएम यहीं नहीं रुके, उन्होने कहा कि इन 26 विपक्षी दलों का साझा न्यूनतम कार्यक्रम है देश का विकास रोकना. पीएम मोदी के मुताबिक इनका मकसद देश के लोकतंत्र और संविधान को बंधक बनाना है. पीएम ने विपक्षी एकता की चुटकी लेते हुए कहा कि बैंगलुरु में लेबल कुछ और का लगाया जा रहा है और प्रोडक्ट कुछ और है.

भ्रष्टाचार और परिवारवाद पर हल्ला बोल
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश के लोग 2024 के चुनावों में एक बार फिर हमारी सरकार को वापस लाने का मन बना चुके हैं. ऐसे में भारत की बदहाली के जिम्मेदार कुछ लोग अपनी दुकान खोल कर बैठ जाते हैं. इनकी दुकान में दो चीजों की गारंटी है- जातिवाद का जहर और असीमित भ्रष्टाचार. पीएम यहीं नहीं रुके और कहा कि ये जो जमात इकट्ठी हुई है, उनके कुनबे में बड़े-बड़े घोटालों पर, अपराधों पर इनकी जुबान बंद हो जाती है. इनका प्रोडक्ट है 20 लाख करोड़ रुपये की गारंटी. यहां तक कि 90 के दशक में कांग्रेस में बोला जाता था न खाता न बही-जो केसरीजी बोलें वही सही. इसी मुहावरे को 3 दशकों के बाद पीएम ने उन्हें आईना दिखाने के लिए इस्तेमाल किया. पीएम ने कटाक्ष करते हुए कहा कि न खाता न बही-जो परिवार बोले वही सही.

पीएम ने अपने आक्रामक तेवर और चुटीले अंदाज से ये जता दिया कि आने वाली चुनावी जंग में मुद्दा क्या होगा. पीएम मोदी जानते हैं कि उनकी सरकार द्वारा किया गया काम और उनका नाम जन जन तक पहुंचा है. इसलिए अगले चुनावों तक रुख ऐसा ही आक्रामक रहेगा क्योंकि विपक्ष के पास उनको हटाने के अलावे कोई ठोस कार्यक्रम नहीं है. लेकिन 38 दलों के एनडीए का ऐलान कर एक संदेश दे दिया है कि छोटे-बड़े सभी दलों को साथ लेकर चलने में उन्हे कोई गुरेज नहीं है. जंग का मैदान सजने लगा है-ऐजेंडा तय होने लगा है लेकिन संदेश साफ है कि सत्ता पक्ष का हमला किस दिशा में होगा.

टैग: कांग्रेस, पीएम तरीके, पीएम नरेंद्र मोदी

Source link

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *