हाइलाइट्स
डायबिटीज लाइफस्टाइल से संबंधित बीमारी है जिसे डाइट से कंट्रोल किया जा सकता है.
चिलगोजा बेशकीमती ड्राई फ्रूट है जो फास्टिंग ब्लड शुगर को कम करता है.
चिलगोजा रक्त शर्करा को कम करने में मदद करता है: डायबिटीज में ब्लड शुगर खाने के बाद बहुत तेज गति से बढ़ जाता है. लेकिन कई ऐसी चीज हैं जो ब्लड शुगर पर सीधा प्रहार कर सकती है. चिलगोजा ऐसा ही ड्राई फ्रूट है जो डायबिटीज को बहुत हद तक कंट्रोल में रखता है. हालांकि चिलगोजा महंगा है लेकिन फायदों में यह सारे ड्राईफ्रूट का बाप है. चिलगोजा में संपूर्ण पोषत तत्व मौजूद होते हैं. इसके अलावा इसमें कई तरह के एंटी-डायबेटिक गुण भी पाया जाता है. एनसीबीआई यानी अमेरिकन नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी के रिसर्च पेपर के मुताबिक चिलोगाज डायबिटीज के मरीजों में ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को कम करता है. ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस डायबिटीज को और अधिक जटिल बना देता है.
चिलगोजा का शरीर पर क्या होता है असर
रिसर्च में चिलगोजा के असर को परखने के लिए कुछ प्रयोग किया गया. प्रयोग में चूहों को पहले डायबेटिक बनाया गया. डायबेटिक होने के बाद चूहों में ब्लड ग्लूकोज बढ़ गया और फास्टिंग इंसुलिन सीरम की मात्रा आश्चर्यजनक रूप से कम हो गई है. इतना ही नहीं इससे वजन भी 37 प्रतिशत तक कम हो गया. वहीं सुपरऑक्साइड डिस्म्यूटेज एंजाइम, टोटल थियोल ग्रूप और लिवर और सीरम में एंटीऑक्सीटेंट्स की क्षमता भी घट गई. इसके बाद इन चूहों को चिलगोजा का ओरल सप्लीमेंट दिया गया. अब कुछ दिनों के बाद इसकी जांच की गई. जांच में आश्चर्यजनक परिणाम सामने आए. देखा गया कि मेलोनडायलडिहाइड और फास्टिंग ग्लूकोज लेवल 43 प्रतिशत तक घट गया.
वहीं वजन में भी 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई. इसके साथ ही सुपरऑक्साइड डिस्म्यूटेज एंजाइम और लिवर और सीरम में टोटल एंटीऑक्सीडेंट्स की क्षमता भी कई गुना बढ़ गई. इसका सीधा मतलब यह हुआ कि चिलगोजा कुदरती रूप से इंसुलिन को बढ़ाता है और फास्टिंग ग्लूकोज के लेवल का कम करता है. सबसे बड़ी बात यह है कि चिलगोजा के कारण ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस कम होता है जो कई अन्य बीमारियों की वजह है.
इम्यूनिटी बूस्टर है चिलोगोजा
नानावटी मैक्स अस्पताल में सीनियर डायटीशियन डॉ. रसिका माथुर बताती हैं कि चिलगोजा में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, ऐसे में यह पहले से डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए जाना जाता है. जिसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है वह शुगर को तुरंत बढ़ने नहीं देता. इस लिहाज से चिलगोजा ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है. चिलगोजा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स की मात्रा भी ज्यादा होती है जो इम्यूनिटी को बूस्ट कर इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है. इसलिए यह डायबिटीज और हार्ट से संबंधित बीमारियों से भी बचाता है. नई रिसर्च में भी कहा गया है कि चिलोगाज फास्टिंग ब्लड शुगर को कम करता है और इंसुलिन रेजिस्टेंस को घटा देता है. डॉ. रसिका माथुर ने कहा कि इस रिसर्च पर अभी मुकम्मल तौर पर कुछ कहना मुश्किल है लेकिन चिलगोजा का सीमित मात्रा में इस्तेमाल करना बेहतर होगा क्योंकि ज्यादा चिलगोजा पेट की समस्या और ब्लॉटिंग को बढ़ा सकता है. उन्होंने कहा कि यदि आप रोजाना इसे खाते हैं तो 4 से 5 चिलगोजा का ही सेवन करें.
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पहले प्रकाशित : 17 जुलाई, 2023, 3:17 अपराह्न IST