नई दिल्ली. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अगले दो दिनों तक भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग के अलर्ट के मुताबिक पश्चिमी तट पर 17 जुलाई से बारिश की गतिविधि में वृद्धि होने की उम्मीद है, जबकि पूर्वोत्तर भारत में कमी देखी जाएगी. मौसम विभाग ने अपने दैनिक बुलेटिन में भविष्यवाणी की कि हिमाचल प्रदेश में अगले पांच दिनों तक व्यापक वर्षा होगी, जबकि उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले तीन दिनों तक इसी तरह की बारिश होगी.
आईएमडी के अनुसार, अगले पांच दिनों के दौरान मध्य और आसपास के पूर्वी भारत में सक्रिय मानसून की स्थिति बने रहने की संभावना है. अगले 24 घंटों के दौरान झारखंड और ओडिशा में भारी बारिश होने की उम्मीद है. इसमें मध्य प्रदेश के पश्चिमी जिले और महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में 16 और 18 जुलाई को और 16-17 जुलाई को छत्तीसगढ़ में बारिश होने का अनुमान है. देश के पश्चिमी हिस्से में अगले 5 दिनों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश के साथ अलग-अलग भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है.
गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात में भी बारिश का अनुमान
आईएमडी के अनुसार गोवा और मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में 18-20 जुलाई जबकि गुजरात में 19-20 जुलाई को इसी तरह की बारिश होने की संभावना है. आईएमडी के पूर्वानुमान में कहा गया है, ’16 जुलाई को अरुणाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश और आंधी और बिजली गिरने के साथ काफी व्यापक वर्षा होने की संभावना है. इनमें 16 और 17 जुलाई को असम और मेघालय में, 16 और 17 जुलाई को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में आंधी बारिश की संभावना है.
पहाड़ी राज्यों में तबाही
भारत के कुछ हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है, जिससे सामान्य जीवन बाधित हो रहा है और तबाही हो रही है. उत्तर-पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में लगातार बारिश के बीच भूस्खलन के कारण कई सड़कें अवरुद्ध हो गईं और बड़ी संख्या में लोग फंस गए और फंस गए. पिथौरागढ़ जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के पास धारचूला में बलवाकोट-धारचूला मार्ग रविवार को भूस्खलन के बाद अवरुद्ध हो गया. उत्तराखंड में गढ़वाल जिले की पौड़ी तहसील के चामी गांव के पास मलबा गिरने से शनिवार को यमुनोत्री राजमार्ग संख्या 123 भी अवरुद्ध हो गया.
हिमाचल में 5 हजार करोड़ का नुकसान
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य में बाढ़ के कारण लगभग 5,000 करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका पर चिंता व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों के घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उन्हें 1,45,000 रुपये और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घरों को 1 लाख रुपये का मुआवजा प्रदान किया गया है.
सीएम ने घर क्षतिग्रस्त होने पर दी आर्थिक सहायता
उन्होंने कहा, ‘मैंने पिछले वर्षों में ऐसी स्थिति कभी नहीं देखी. हमने उन लोगों को 1,45,000 रुपये दिए हैं, जिनके घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं और जिनके घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उन्हें 1 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है.
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पहले प्रकाशित : 16 जुलाई, 2023, शाम 6:36 बजे IST