मुंबई। रणदीप हुड्डा की सार्जेंट को ऑडियंस से अच्छा मिला. फिल्म की कहानी ऑडियंस से अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. यह फिल्म हाल में जियो सिनेमा पर रिलीज हुई, जिसे आप मुफ्त में देख सकते हैं. फिल्म में रणदीप हुड्डा के अलावा अरुण गोविल, आदिल हुसैन, सपना पब्बी, सोनिया गोस्वामी जैसे प्रतिभाशाली कलाकार है. फिल्म की कहानी प्रवाल रमन ने लिखी है और उन्होंने ही इसे ही डायरेक्ट की है. प्रवाल को बॉलीवुड हॉरर-थ्रिलर फिल्मों के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने ‘डरना मना है’, ‘गायब’, ‘डरना जरूरी है’, ‘एरर 404’ जैसी हॉरर फिल्मों को डायरेक्ट किया और इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई.

प्रवाल रमन, बॉलीवुड के दिग्गज फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा के अस्सिटेंट डायरेक्टर रहे हैं. उन्होंने रणदीप के साथ सार्जेंट के लिए दूसरी बार काम किया. इससे पहले दोनों ने साथ में ‘मैं और चार्ल्स’ के लिए काम किया था. प्रवाल ने रणदीप के साथ काम करने के अपने अनुभव को बताया. उन्होंने कहा कि रणदीप टैलेंट एक्टर हैं. इसमें कोई दो राय नहीं है. उन्होंने कहा कि सार्जेंट के किरदार के लिए बिल्कुल फिट थे.

प्रवाल रमन ने कहा, “वह किरदार को लेकर काफी गंभीर रहते हैं. फिल्म बनने में उनका कंट्रीब्यूशन बहुत ज्यादा रहता है.” इसके अलावा उन्होंने इस पर भी प्रतिक्रिया दी कि रणदीप इतने प्रतिभाशाली भी होते हुए भी उस तरह के टैग को हासिल नहीं कर सक, जो बाकी बड़े स्टार्स को मिल जाता है.

प्रवाल रमन ने कहा, “मेरे हिसाब से उन्हें बतौर एक्टर लोगों का बहुत प्यार मिला है. उन्हें इंडिया का फाइनेस्ट एक्टर का खिताब मिल चुका है. मेरे हिसाब से वे बाकी लोगों से ज्यादा सक्सेसफुल हैं. वे बहुत मेहनती हैं.” इसके अलावा उन्होंने बताया कि वह सिर्फ हॉरर और सस्पेंस फिल्में ही क्यों बनाते हैं. उन्होंने कहा, ” में इंटरेस्टिंग सबजेक्ट के बारे में सोचता हू्ं. उन्हें जैसा आइडिया आता है, उसे वैसे ही डेवलप करता हूं. वैसे भी यहां कई लोग रोमांटिक फिल्में बना रहे हैं, तो मैं इस तरह की फिल्में क्यों बनाएंगे. वो अच्छी फिल्में बना रहे हैं.”

प्रवाल रमन ने राम गोपाल वर्मा के साथ काम करने और उनसे मिले मार्गदर्शन के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा,”मैंने रामू (राम गोपाल वर्मा) जी के साथ काम किया है. उन्होंने ही मुझे ‘डरना मना है’ डायरेक्ट करने के लिए दी थी. यह सब पहले की बाते हैं. मैं किसी भी फिल्ममेकर से इंस्पायर नहीं होता. टाइम और स्पेस बदलते रहते हैं. एक एक्टर-डायरेक्टर का वक्त और जगह है, तो उससे तुलना नहीं की जा सकती. क्योंकि मैं दूसरे वक्त और जगह पर हूं.”

प्रवाल रमन ने कहा, “अगर बात आती है स्टाइल की, तो यह मेरा स्टाइल है. मुझे कुछ अच्छा लग रहा है इसका मतलब यह नहीं है कि वह मेरे काम में रिफ्लेक्ट करने लगेगा. मेरी स्क्रिप्ट मुझे कमांड करती है. जो रिफ्लेक्ट करता है, वो है कला के प्रति हमारा सम्मान और मेहनत.”

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