नई दिल्ली. पीएम नरेंद्र मोदी का कहना है कि उनकी सरकार सबका साथ सबका विकास की नीति पर काम करती है. इसी परिपेक्ष में तेलंगाना कार्यकारणी में पीएम नरेंद्र मोदी ने पार्टी के साथ पसमांदा मुस्लिम सहित सूफी समाज को भी पार्टी से जोड़ने की अपील की थी. सूफियों को पार्टी के साथ जोड़ने की कड़ी में पार्टी राष्ट्रीय मुख्यालय में दिल्ली सूफी चैप्टर की बैठक हुई. बैठक के बाद न्यूज़ 18 से बात करते हुए बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के मीडिया प्रभारी सैयद यासिर अली जिलानी का कहना है कि पार्टी ने दिल्ली सूफी चैप्टर को अधिक से अधिक सूफियों को पार्टी से जोड़ने की जिम्मेदारी दी है.
सैयद यासिर अली जिलानी का कहना है कि इसके माध्यम से जहां केंद्र के मोदी सरकार की योजनाओं को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाया जा सकेगा साथ ही साथ 2024 के आम चुनाव के लिए अधिक से अधिक लोगों तक संपर्क किया जा सकेगा. उनका कहना है कि पार्टी की कोशिश है कि मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में भी पार्टी को उन बूथों पर जहां एक भी वोट नही मिलते हैं वहा कम से कम कुछ वोट हासिल हो सके.
पसमांदा और सूफी को लेकर बनाई रणनीति
सैयद यासिर अली जिलानी का कहना है कि दिल्ली में ओखला विधानसभा के बाटला हाउस बूथ पर पार्टी को एक भी वोट नहीं मिलता था लेकिन हालिया निकाय चुनाव (MCD) में जिस तरह से बीजेपी ने पसमांदा और सूफी के माध्यम से चुनावी रणनीति बनाई तो इस बूथ पर कुछ वोट हासिल हुए थे.
बीजेपी अपना ओवरऑल प्रदर्शन और बेहतर कर रही
सैयद यासिर अली जिलानी का कहना है कि बीजेपी इस तरह से वैसे परंपरागत बूथ जहां बीजेपी को वोट नहीं मिलते, ऐसे बूथ पर कुछ कुछ वोट हासिल कर अपने ओवरऑल प्रदर्शन को और बेहतर करना चाहती है. उनका कहना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी एक एक वोट को बढ़ाने के लिए विशेष इस रणनीति के तहत काम कर रही है ताकि 2024 में 2019 के मुकाबले और भी बेहतर स्थिति में सरकार बनाई जाए.
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पहले प्रकाशित : 13 जुलाई 2023, 23:09 IST