नई दिल्ली. समुद्र के तल में पड़े टाइटैनिक शिप के मलबे को देखने के लिए गई टाइटन सबमरीन हादसे का शिकार होकर पानी में डूब गई थी. इस घटना को अब एक महीना बीतने हो है. बीते माह 18 जून को हुई इस घटना में सबमरीन में सवार सभी पांच लोगों की मौत हो गई थी. अब इस मामले से जुड़ा एक नया वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें बताया गया है कि कैसे टाइटन पनडुब्बी पानी के अंदर डूबी होगी.
टाइटैनिक सबमरीन समुद्र में पानी के ऊपर चल रहे शिप से टूरिस्ट को लेकर गहराई में गई थी. करीब 45 मिनट बाद ही उसका संपर्क मेन शिप से टूट गया था. इसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया. अमेरिकी कोस्ट कार्ड ने इसका मलबा बरामद किया. इसमें सवार किसी को भी नहीं बचाया जा सका. वायरल हो रहे वीडियो में एनिमेशन के माध्यम से बताया गया कि कैसे सबमरीन हादसे का शिकार हुई होगी.
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असल सबमरीन से थी अलग
इस एनिमेशन वीडियो में बताया गया है कि पनडुब्बी का एक्सपेरिमेंटल डिजाइन असल डिजाइन से कैसे अलग था. यह एक सबमरीन नहीं बल्कि एक सबमरसिबल था, जो समुद्र के ऊपर पानी में मौजूद शिप से कनेक्ट होता है. टाइटन के hull को एयरोस्पेस ग्रेड कार्बन फाइबर से बनाया गया था जबकि पनडुब्बी में आमतौर पर स्टील या टाइटेनियम जैसे मैटल का इस्तेमाल होता है.
90 में से 13 प्रयास में टाइटैनिक तक पहुंची सबमरीन
इनसाइडर की रिपोर्ट में यह बताया गया कि टाइटैनिक जहाज के मलबे तक पहुंचने के लिए टाइटन पनडुब्बी हर प्रयास में कामयाब नहीं हो पाई थी. उसकी सफलता की दर केवल 14 प्रतिशत ही रही. टाइटन ने 90 बार टाइटैनिक तक पहुंचने का प्रयास किया, जिसमें से 13 मौकों पर ही उसे मलबे तक पहुंचने में कामयाबी मिली. ओसियनगेट कंपनी की सफलता दर केवल 14 प्रतिशत है.
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पहले प्रकाशित : 13 जुलाई, 2023, शाम 7:26 बजे IST