हाइलाइट्स

हिमाचल प्रदेश के बाद उत्तराखंड पहुंचा पश्चिमी विक्षेाभ.
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव उत्तराखंड में अपेक्षाकृत कम.
भारी बारिश के कारण कई जगहों पर भारी नुकसान हुआ.

देहरादून. उत्तराखंड में मौसम में परिवर्तन कहर बनकर टूटा है. जगह-जगह लैडस्लाइड के चलते राज्य भर में साढ़े चार सौ सड़कें बंद हो गई हैं. जिनमें 33 स्टेट हाईवे भी शामिल हैं. इसके अलावा चारोंधामों को जाने वाले हाईवे भी जगह-जगह बार बार मलबा आने से बंद हो रहे हैं. गंगोत्री नेशनल हाईवे भी पिछले 24 घंटे से बंद पड़ा हुआ है. गंगोत्री में कई यात्री फंसे हुए हैं. 11 जुलाई को इस यात्रा सीजन का पहला दिन था, जब कोई भी यात्री गंगोत्रीधाम नहीं पहुंच पाया था. 11 जुलाई को गंगोत्रीधाम से कुछ पहले गंगनानी में पहाड़ दरकने से तीन गाड़ियां दब गईं थीं, जिनमें मध्य प्रदेश के चार यात्रियों की मौत हो गई थी, सात से अधिक यात्री घायल हुए.

बद्रीनाथ हाईवे भी रूक-रूक कर बंद हो रहा है. खबर लिखे जाने तक भी ये हाईवे व्यासी और तोताघाटी में पहाड़ दरकने के कारण बंद पड़ा हुआ है. इसको खोलने के प्रयास जारी हैं. लोक निर्माण विभाग ने प्रदेश भर में सड़कों को खोलने के लिए साढे चार सौ से अधिक जेसीबी मशीनें तैनात की हैं. लेकिन अब वो भी कम पड़ रही हैं.

नदियों में उफान से हालात बदतर
प्रदेश में नदियां उफान पर हैं. टौंस और यमुना नदी अपने चेतावनी लेवल को क्रॉस कर चुकी हैं, तो दूसरी ओर हरिद्वार में सोलानी नदी के खतरे के निशान से ऊपर पहुंचते ही नदी के डूब एरिया में शामिल गावों में तबाही का आलम है. सोलानी नदी का तटबंध टूट जाने से कई गावों में पानी घुस गया है. यहां एसडीआरएफ और लोकल पुलिस की मदद से रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है. कुमाऊं के धारचूला क्षेत्र में भी काली नदी के उफान पर आने से कई गांवों में हालात बदत्तर बन गए हैं.

गंगोत्री हाईवे 24 घंटे से बंद
मौसम के इस बिगड़े रूख से चारधाम यात्रा बुरी तरह प्रभावित हुई है. जहां पहले एक दिन में पैंतीस से पैंतालिस हजार यात्री चारधाम यात्रा पर पहुंच रहे थे, ये आंकडा अब पंद्रह से सोलह हजार प्रतिदिन पहुंच गया है. 11 जुलाई को यमुनोत्री में जहां 18 सौ लोग पहुंचे, वहीं सड़क बंद होने के कारण गंगोत्री एक भी यात्री नहीं पहुंच पाया. केदारनाथ में साढे़ छह हजार यात्री पहुंचे तो बद्रीनाथ में छह हजार एक सौ यात्रियों की ही आमद हो पाई थी. चारों धामों में अभी तक कुल 35 लाख यात्री पहुंच चुके हैं.

राज्य सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी
हालात के मददेनजर राज्य सरकार ने हेल्प नंबर जारी कर दिया है. 9411112985, 01352717380, 01352712685 इसके अतिरिक्त व्हाट्सएप नंबर- 9411112780 पर भी लोग मैसेज कर सकते हैं. सरकार का कहना है कि कुछ लोग हिमाचल में भी फंसे है, वो हेल्प लाइन नंबर के जरिए मदद मांग सकते हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रियों के साथ ही आम जनता से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें.

पूरे महीने होती रहेगी बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से राहत भरी खबर आई है. मौसम विज्ञान का केंद्र का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ का जो प्रभाव उत्तराखंड में दिख रहा था, वो अब कम हो गया है. लिहाजा, रेड अलर्ट को अब ऑरेज अलर्ट में बदल दिया गया है. मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने न्यूज 18 से बातचीत में कहा कि 13 और 14 जुलाई को राज्य के कुछेक हिस्सों में सामान्य बारिश रहेगी. लेकिन, पंद्रह और 16 जुलाई को मॉनसून की तेज बारिश देखने को मिल सकती है.

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