नई दिल्ली. उत्तर भारत के कई राज्यों में लगातार हो रही बारिश और अचानक आई बाढ़ से जान-माल का भारी नुकसान हुआ. इस दौरान कई जगहों पर भूस्खलन और जलजमाव के कारण सड़कों को भारी नुकसान हुआ है और कई लोग जगह-जगह फंसे हुए हैं.

हिमाचल प्रदेश में जहां भारी बारिश और भूस्खलन से कम से कम 27 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार को उत्तराखंड के अधिकांश जिलों के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है.

उधर दिल्ली में, यमुना नदी का जलस्तर अनुमान से बहुत पहले ही खतरे के निशान को पार गया, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ का खतरा गहराने लगा है. इस बीच भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने CNN-News18 को बताया कि वे हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली में किसी भी बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.

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हिमाचल प्रदेश
उत्तर भारत में बारिश और बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को भी मूसलाधार बारिश जारी रही. यहां अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन ने पिछले दो दिनों में 27 लोगों की जान ले ली. वहीं कई इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति भी बंद कर दी गई थी, जिसे अब धीरे-धीरे दोबारा शुरू किया जा रहा है.

उधर चंद्रताल, पागल नाला और लाहौल-स्पीति जैसी जगहों पर 300 से अधिक पर्यटक और स्थानीय लोग फंसे हुए हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि फंसे हुए लोगों को बचाने के प्रयास जारी हैं और मौसम साफ होने पर उन्हें हवाई मार्ग से निकाला जा सकता है.

दिल्ली
आईएमडी ने बुधवार को हल्की बारिश और बादल छाए रहने का पूर्वानुमान जारी किया है. इस कारण शहर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान 34 और 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.

इस बीच उत्तरी राज्यों में हुई भारी बारिश के कारण यमुना नदी का जलस्तर सोमवार शाम को ही खतरे के निशान को पार कर गया, जिससे शहर में बाढ़ का खतरा गहराने लगा है. ऐसे में यहां बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया और पुराने रेलवे पुल को सड़क एवं रेल यातायात के लिए बंद कर दिया गया.

उत्तराखंड
बारिश के कारण हुए भूस्खलन से उत्तराखंड में प्रमुख राजमार्गों पर यातायात बाधित हो गया और निवासियों को चेतावनी दी गई कि जब तक बेहद जरूरी न हो वे अपने घरों से बाहर न निकलें.

यहां पिछले 24 घंटों में भूस्खलन और पहाड़ों से पत्थर गिरने के कारण कम से कम 5 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए. वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तीर्थयात्रियों और पर्यटकों से बारिश जारी रहने तक गैरजरूरी यात्रा से बचने का आग्रह किया है.

इस बीच, गंगोत्री राजमार्ग की नाकेबंदी के कारण गंगोत्री और गंगनानी के बीच 4,000 लोग फंस गए हैं, और उत्तरकाशी जिला प्रशासन द्वारा उन्हें वापस लाने की व्यवस्था की जा रही है.

उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश जारी रहने के कारण मंगलवार को बारिश संबंधी घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई. राज्य में 15 जुलाई तक बारिश जारी रहने का अनुमान है. मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य के पश्चिमी हिस्सों में कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है.

महाराष्ट्र
आईएमडी के मुताबिक, अगले 24 घंटों में मुंबई और इसके आसपास के इलाकों में मध्यम बारिश का अनुमान है. बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) की रिपोर्ट के अनुसार, आईएमडी मुंबई ने पिछले 15 दिनों में सांताक्रूज़ वेधशाला में 1,043.8 मिमी और कोलाबा वेधशाला में 658.7 मिमी वर्षा दर्ज की है.

पंजाब और हरियाणा
पिछले तीन दिनों की लगातार बारिश से हरियाणा के अंबाला और पंजाब के पटियाला सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. यहां भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर आ गईं और प्रमुख नहरों में तटबंध टूट गए. यहां दोनों राज्यों के कुछ हिस्सों में पानी घरों में घुस गया, जहां से लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया. (एजेंसी इनपुट के साथ)

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