हाइलाइट्स
39 साल की उम्र में जब वे थुलथुली बदन और 94 किलो के वजन से परेशान हो गए तो उन्होंने दृढ़ निश्चय किया
सबसे पहले जंक फूड पर लगाम लगाया और लाइफस्टाइल चेंज किया.
वजन घटाने के उपाय: रोजना रात को 9 बजे सो जाना, सुबह 4 बजे उठ जाना, दिन में दो बार खाना, खाने में किसी भी रूप में मीठा न लेना, सप्ताह में 5 दिन दौड़ना और दो दिन कठिन अभ्यास करना, हर दिन सीढ़िया चढ़ना और रात को नेटफिलिक्स, एमेजन या टीवी और गैजेट से दूरी बना लेना. यही है मोटापे कम करना का सिंपल सा राज. यदि आप भी मोटापा कम करना चाहते हैं तो सिर्फ इतनी चीजों को अपने जीवन में उतार लें. गारंटी के साथ कम हो जाएगा वजन. यकीन न हो, तो मशहूर मैराथन धावक शाजन सैमुअल की आपबीती पढ़ लीजिए जो पहले 94 किलो का हुआ करते थे लेकिन सिर्फ यही चीजें जीवन में अपनाकर न सिर्फ वजन कम किया बल्कि आज वे विश्व के जाने-माने धावक हैं और भारत में फिट इंडिया के ब्रांड एंबेसेडर हैं.
6 बार सौ किलोमीटर की रेस में शामिल
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक दरअसल, शाजन सैमुअल की कहानी बेहद सिंपल और दिलचस्प है. 39 साल की उम्र में जब वे अपना थुलथुली बदन और 94 किलो के वजन से परेशान हो गए तो उन्होंने अपने मन में दृढ़ निश्चय किया और इसी सिंपल तरीके को जीवन को उद्येश्य बना लिया. शाजन सैमुअल के ट्विटर पर सिलसिलेवार इन बातों का जिक्र है. उन्होंने अपना लाइफस्टाइल चेंज किया. डाइट पर लगाम लगाया और बस दौड़ना शुरू कर दिया. आज वे 68 किलो के हैं और अब तक 18 मैराथम में भाग ले चुके हैं. इनमें एक बार 220 किलोमीटर के मैराथम में, तीन बार 161 किलोमीटर के मैराथन में और 6 बार 100 किलोमीटर के मैराथन में अपना परचम लहरा चुके हैं. फिट इंडिया के ब्रांड एंबेसेडर के रूप में वे भारत के प्रमुख चेहरों में से एक हैं.
खाने की गंदी आदत पर यूं लगाया लगाम
शाजन सैमुअल पुणे में एक चैनल के बिजनेस हेड थे. वे कहते हैं, “काम के सिलसिले में अक्सर मुझे बाहर जाना होता था. बाहर जाने पर खूब खाते थे. चाहे वह मालाबर परोठा हो, डीप फ्राई चिकेन हो, फास्ट फूड हो या कुछ भी चटपटा हो, खूब खाना, खूब काम करना और खूब सोना ही मेरे जीवन का उद्येश्य था. ड्रिंक भी करता था लेकिन एक्सरसाइज नहीं करता था. डबल एक्सएल कपड़े पहनता था. ” 39 साल की उम्र में सैमुअल ने अचानक फैसला कर लिया कि ये जंक फूड या ड्रिंक या किसी भी तरह की बेड डाइट को अब नहीं खाना है. उन्होंने मैराथन में भाग लेने का फैसला कर लिया. पहली बार वे सौ मीटर भी नहीं चल पाएं. लेकिन 42 की उम्र में वे अल्ट्रामैराथन धावक बन गए. हाल ही में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में कॉमराडेज मैराथन में भाग लिया था जिसमें 11.17 घंटे में उन्होंने 87.7 किलोमीटर की दौड़ लगाई.
ये है सैमुअल की डाइट
सैमुअल कहते हैं, मैंने अपनी बॉडी को महसूस किया, बीएमडब्ल्यू के स्टेट्स सिंबल के पीछे नहीं भागा. लंबी दौड़ के लिए हम लिक्विड, जेल, केला, पानी और संतरे पर निर्भर रहते हैं. सामान्य दिनों में हमारे लिए दिन में दो बार का खाना परफेक्ट है. मोटा होने के बावजूद हमने कभी डॉक्टर से संपर्क नहीं किया. पेस्ट्री, केक, आइस्क्रीम, मिस्टी दही सब कुछ को छोड़ दिया. 9 साल से हमने चीनी नहीं खाई है.सैमुअल के दो बार के खाने में सलाद, मल्टीग्रेन आटे की रोटियां, ग्रिल्ड फिश या चिकेन, सेब और कम से कम एक टाइम ड्राई फ्रूट होता है. काम से आने के बाद कभी भी वे ओवरइटिंग नहीं करते. 9 बजे हर दिन सो जाते हैं. सुबह 4 बजे उठने का फायदा यह होता है कि वर्क आउट करने के बाद पूरा टाइम मिल जाता है. घर में टीबी नहीं है. इसलिए ओटीटी की आदत का कोई सवाल ही नहीं है. लिफ्ट के बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करते हैं. सैमुअल 3 घंटे तीन मिनट में 750 सीढ़ियों को पार करने का रिकॉर्ड भी बना चुके हैं. सैमुअल से आप सीख ले सकते हैं.
.
टैग: स्वास्थ्य, स्वास्थ्य सुझाव, जीवन शैली
पहले प्रकाशित : 10 जुलाई, 2023, 4:53 अपराह्न IST