उड़ीसा हाईकोर्ट ने कहा है कि अगर सहमति से शारीरिक संबंध शादी के वादे पर आधारित है जो पूरा नहीं हो सका इसे दुष्कर्म नहीं माना जा सकता.
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उड़ीसा हाईकोर्ट ने कहा है कि अगर सहमति से शारीरिक संबंध शादी के वादे पर आधारित है जो पूरा नहीं हो सका इसे दुष्कर्म नहीं माना जा सकता.