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भारतीय सिनेमा का सबसे दूरदर्शी हीरो, जो भांप लेते थे भविष्य की चाल, एक दुर्भाग्य ने छीन लिया चमकता सितारा

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मुंबई। 40, 50 और 60 के दशक में जब सिनेमा बेरंग था, तब भी मैसूर से आया एक कलाकार अपनी जादू की छड़ी से दर्शकों का मन मोह लिया करता था. महज 39 साल की जिंदगी में इस कलाकार ने अपने नाम का ऐसा सिक्का चलाया कि इनके अहसास बॉलीवुड की फिजाओं में अमर हो गए. इस सितारा कोई और नहीं बल्कि गुरुदत्त थे. 9 जुलाई 1925 को आज के बेंगलुरु में जन्मे गुरु दत्त अपने तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े थे. जिम्मेदारियों का पूरा अहसास और रिश्ते निभाने में पूरा त्याग करने वाले गुरु दत्त के निधन पर कैफी आजमी ने एक नज्म लिखी है.

रहने को सदा दहर में आता नहीं कोई
तुम जैसे गए ऐसे भी जाता नहीं कोई

डरता हूँ कहीं ख़ुश्क न हो जाए समुन्दर
राख अपनी कभी आप बहाता नहीं कोई

माना कि उजालों ने तुम्हें दाग़ दिए थे
बे-रात ढले शम्अ बुझाता नहीं कोई

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साक़ी से गिला था तुम्हें मय-ख़ाने से शिकवा
अब ज़हर से भी प्यास बुझाता नहीं कोई

गुरु दत्त की मौत ने पूरे बॉलीवुड को सन्न कर दिया था. गुरु दत्त ने 10 अक्टूबर 1964 को आत्महत्या कर ली थी. अपने करियर में महज 10 फिल्में करने वाले गुरु दत्त की जिंदगी बाहर से जितनी खुशहाल और रंगीन थी, उतनी ही अंदर से तनहा और स्याह थी. गुरु दत्त बॉलीवुड के ऐसे डायरेक्टर रहे हैं जिन्होंने भविष्य भांपने के लिए खिड़की के दोनों छोर से दुनिया देखने की पूरी कोशिश की.

भावनाओं और मानवता के इस हीरे ने अपनी फिल्मों में गानों के लिरिक्स और उनका पिक्चिराइजेशन इस अंदाज में किया कि आम से लेकर खास तक सभी उनके भावों पर झूमने लगे. अगर गुरु दत्त ने पर्दे पर रंज उकेरा तो सिनेमाघरों में सन्नाटा छा गया. अगर गुरु दत्त ने प्रेम रस का चित्रण किया तो लोगों के चेहरे मुस्कुरा उठे. गुरु दत्त बॉलीवुड के सुपरस्टार देव आनंद के पक्के दोस्त थे.

साल 1944 में प्रभात स्टूडियो में कोरियोग्राफ के तौर पर काम करने वाले गुरु दत्त की देव आनंद से यहीं मुलाकात हुई थी. यहीं दोनों की दोस्ती हुई और दोनों ने खूब काम भी साथ किया. साल 1951 में गुरु दत्त ने फिल्म गैम्बल से अपने करियर की शुरुआत की. इसके बाद 1952 में जाल और 1953 में बाज फिल्म की. लेकिन साल 1954 में आई आर-पार पहली फिल्म थी जो सुपरहिट रही थी. इस फिल्म के बाद गुरु दत्त स्टार बन गए थे. आज गुरुदत्त हमारे बीच होते तो पूरे 98 साल के होते. गुरु दत्त के जन्मदिन पर फैन्स ने उन्हें याद किया है.

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