हाइलाइट्स
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव मतदान के दौरान व्यापक हिंसा की खबर.
राज्य में मतदान के दौरान हुई हिंसा में 9 लोगों ने गंवाई जान.
TMC और BJP ने एक दूसरे पर लगाया आरोप.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) के लिए आज मतदान हो रहा है. वहीं दूसरी ओर हिंसा जारी है. चुनाव के दौरान हिंसा (Violence in West Bengal) में कम से कम नौ लोग की मौत हो गई है और संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा है. हिंसा के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया. दोनों खूनी शनिवार के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहरा रहे हैं.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार कूचबिहार जिले के फलीमारी ग्राम पंचायत में भाजपा के पोलिंग एजेंट माधब विश्वास की कथित तौर पर हत्या कर दी गई. भाजपा ने आरोप लगाया कि जब विश्वास ने मतदान केंद्र में प्रवेश करने की कोशिश की तो उन्हें टीएमसी समर्थकों ने रोका और मामला बढ़ने पर उन्होंने उनकी हत्या कर दी. हालांकि TMC ने आरोपों से इनकार किया.
पुलिस ने कहा कि उत्तरी 24 परगना जिले के कदंबगाची इलाके में एक निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थक की रात भर पिटाई के बाद मौत हो गई. पश्चिम बंगाल के मंत्री शशि पांजा ने दावा किया कि ‘TMC कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है. केंद्रीय बलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल नागरिकों की रक्षा करने में विफल हैं.’
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले ‘चौंकाने वाली’ और ‘दुखद’ घटनाएं सामने आने का दावा करते हुए मंत्री ने कहा ‘भाजपा, सीपीआई (एम) और कांग्रेस ने एक साथ मिलकर केंद्रीय बलों की मांग की थी. तैनाती कहां है? क्या केंद्रीय बल नागरिकों की सुरक्षा करने में विफल रहे हैं?.’
पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र की हत्या: BJP
भाजपा ने भी हिंसा के लिए TMC की आलोचना की बीजेपी के राज्य प्रमुख सुकांत मजूमदार ने ट्वीट करते हुए लिखा ‘पश्चिम बंगाल के कूचबिहार के फलीमारी में भाजपा के पोलिंग एजेंट माधव विश्वास की हत्या कर दी गई. क्या इसीलिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केंद्रीय बलों की तैनाती का विरोध कर रही थीं ताकि उनके गुंडों को विपक्षी कार्यकर्ताओं की हत्या करने की खुली छूट मिले?’
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक वीडियो शेयर करते हुआ ट्वीट किया ‘बंगाल के मुर्शिदाबाद में मतदान केंद्रों के आसपास बम फेंके गए. ऐसा लगता है कि पश्चिम बंगाल पुलिस को कार्रवाई न करने के लिए कहा गया है. स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान की कोई झलक नहीं है एसईसी और पश्चिम बंगाल सरकार न्यायालय के निर्देशों की अवमानना कर रहे हैं. बंगाल में सुरक्षा बल तैनात होने के बावजूद उन्होंने सीएपीएफ तैनात नहीं किया है.’
उन्होंने अपने ट्वीट में आगे कहा ‘बंगाल में शव पिन की तरह गिर रहे हैं. पंचायत चुनावों से पहले जारी राजनीतिक हिंसा की लहर लगातार जारी है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में ममता बनर्जी इसके लिए पूरी तरह जिम्मेदार हैं. पश्चिम बंगाल सरकार ने एसईसी के साथ मिलकर लोगों को वोट देने के अधिकार से वंचित कर दिया है.’
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पहले प्रकाशित : 08 जुलाई, 2023, 13:24 IST