Home India आईएएस अधिकारियों के जीवन की यात्रा दिखलाती है लीना नंदन की किताब...

आईएएस अधिकारियों के जीवन की यात्रा दिखलाती है लीना नंदन की किताब ‘हू आर दीज पीपुल’

51
0
Advertisement

वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय सचिव लीना नंदन की पुस्तक ‘हू आर दीज पीपुल? (ये लोग कौन हैं?) का इंडिया इंटरनेशनल सेंटर- आईसीसी में अनावरण किया गया. यह पुस्तक सिविल सेवा अधिकारियों के जीवन और समय के बारे में एक काल्पनिक कृति है.

पुस्तक अनावरण कार्यक्रम की अध्यक्षता जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने की. अन्य गणमान्य व्यक्तियों में पूर्व नौकरशाह गौरी सिंह, एसएम सहाय, जगमोहन गुप्ता और संदीप दवे शामिल थे.

पुस्तक का कथानक देश के भीतर और विदेशी भूमि से राष्ट्र-विरोधी तत्वों द्वारा रची जा रही आतंकी योजना के बारे में एक क्रूर साजिश है. कहानी में एक बैच के सिविल सेवा अधिकारी अपने ट्रेनिंग संस्थान मसूरी अकादमी में एक दशक के अंतराल के बाद बैच रीयूनियन कर रहे हैं. दोस्तों के बीच उम्मीद और उत्साह का माहौल है, जिनमें से कई इस दस साल के दौरान एक दूसरे से संपर्क खो चुके थे. क्लामेक्स तब होता है जब कथानक का मिलन और समापन अंतिम पृष्ठों में होता है. कुल मिलाकर, यह पुस्तक अपने स्वरूप और सिविल सेवा के अधिकारियों के व्यक्तित्व और यात्रा की झलक दिखाने में अनूठा प्रयास है.

धरती पर जीवन के लिए बड़ा खतरा है प्रकाश प्रदूषण! पढ़ें निर्देश निधि की विज्ञान कथा ‘पल भर शेष’

Advertisement

लेखिका लीना नंदन एक सेवारत नौकरशाह हैं, जो भारत सरकार में सचिव के रूप में कार्यरत हैं. वह उत्तर प्रदेश कैडर से 1987 बैच की आईएएस हैं. उनमें लिखने का शौक है और वह पहले भी दो किताबें लिख चुकी हैं. लीना नंदन कहती हैं, “यूपी और केंद्र में विभिन्न कार्यभारों के उतार-चढ़ाव के दौरान, मैं हमेशा पढ़ने और लिखने के लिए क्षणों की तलाश में रहती हूं. लिखने के प्रति मेरे जुनून को पूरा करना आपके हाथों में है. “

आईएएस लीना नंदन
लीना नंदन ने पटना महिला कॉलेज से अंग्रेजी ऑनर्स में स्नातक किया है. उन्होंने एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, मनीला से विकास प्रबंधन में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. लीना नंदन ने उत्तर प्रदेश में विभिन्न पदों पर कार्य किया है. वे 4 जिलों में जिला मजिस्ट्रेट, यूपी महिला कल्याण निगम और यूपी पर्यटन विकास निगम में एमडी रही हैं. उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग में काम करते हुए उन्होंने आगरा और वाराणसी जैसे शहरों में पर्यटकों की सुविधा और सहायता के लिए पूर्व सैनिकों को शामिल करते हुए पर्यटक पुलिस का एक कोर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया.

भारत सरकार में लीना ने पर्यटन मंत्रालय में संयुक्त सचिव के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं. उन्होंने दूरदर्शन में परियोजना निदेशक के रूप में भी कार्य किया.

लीना नंदन को लेखन में गहरी रुचि है. उनके लेख टाइम्स ऑफ इंडिया, हिंदुस्तान टाइम्स, इंडियन एक्सप्रेस आदि में प्रकाशित होते रहते हैं. उन्होंने और उनके पति जिवेश ने ‘हाउ टू प्लैटेट एन एंग्री नागा’ (How to placate an Angry Naga: Finding one’s feet in the IAS) नामक पुस्तक का सह-लेखन किया है.

टैग: पुस्तकें, हिंदी साहित्य, साहित्य

Source link

Previous articleबंद होने वाला था राजश्री प्रोडक्शन! इस एक्ट्रेस के कहने पर RK बड़जात्या ने लिया 1 फैसला, फिर बनाई हिट भोजपुरी फिल्म
Next articleअमीषा पटेल ही बिगाड़ रहीं खेल! अब ‘गदर 2’ की टीम पर लगाए आरोप, निर्माता बोले- ‘बस इतना ही कहूंगा कि…’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here