हाइलाइट्स
1 से 10 जून के बीच स्पेन का 60 फीसदी हिस्सा ‘सूखे के अलर्ट’ की स्थिति में था
एलीट वर्ग को विलासिता का जीवन जीने के लिए पानी की बर्बादी की अनुमति नहीं
जलाशयों की क्षमता 10 फीसदी से कम हुई, लाखों हेक्टेयर फसल बर्बाद
मैड्रिड. यूरोपियन देश स्पेन इन दिनों बड़े सूखे (Drought) की मार झेल रहा है. सूखे के चलते फसलों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है. जिसके चलते भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. ऐसे में अब जलवायु कार्यकर्ताओं की ओर से स्पेन (स्पेन) के कई बड़े शहरों में पानी बचाने के लिए खास कदम उठाया गया है. इनमें मैड्रिड, वालेंसिया, इबीसा और नवर्रा समेत कुल 6 प्रांत हैं जहां पर क्लाइमेट एक्टिविस्टों ने गोल्फ कोर्स (Golf Course) के होल्स में पौधे लगा दिए हैं जिससे कि पानी की बड़ी बचत की जा सके. एक अनुमान के मुताबिक गोल्फ कोर्स के आसपास के क्षेत्र को हरा बनाए रखने को हर रोज करीब 22,000 गैलन से अधिक पानी की जरूरत पड़ती है.
एचटी में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक सूखे की मार से निपटने के लिए जलवायु कार्यकर्ताओं ने पूरे स्पेन में 10 गोल्फ कोर्सों के छेद को बंद कर दिया गया है ताकि उनके रखरखाव के लिए उपयोग किए जाने वाले पानी की बड़ी मात्रा को रोका जा सके. ऐसा इसलिए करना जरूरी है कि पूरा देश सूखे के गंभीर संकट से जूझ रहा है.
एक्सटिंक्शन रिबेलियन (एक्सआर) स्पेन के सदस्यों ने अन्य जलवायु समूहों के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर 6 प्रांतों मैड्रिड, वालेंसिया, इबीसा और नवर्रा आदि के गोल्फ कोर्स को चुना है. उन्होंने गोल्फ कोर्स के गड्ढों में पौधे रोप दिए हैं जबकि कुछ को सीमेंट के जरिये बंद भी किया है.
सूखे से निपटने और गोल्फ कोर्स होल बंद करने को लेकर प्रदर्शन भी किए गए. प्रदर्शनकारियों ने हाथों में ‘चेतावनी: सूखा! जलवायु न्याय के लिए गोल्फ बंद’ और ‘पानी एक आम वस्तु है’, स्लोगन लिखीं तख्तियों को भी लहराने का काम किया और आम लोगों को पानी की बचत के लिए जागरूक करने का काम किया.
एक्सआर ने दावा किया कि बार्सिलोना और मैड्रिड शहरों की तुलना में स्पेन के गोल्फ कोर्स अधिक पानी का उपयोग करते हैं. ग्रुप ने स्पेनिश गैर-लाभकारी इकोलॉजिस्टस एन एक्सियोन (इकोलॉजिस्ट इन एक्शन) के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि गोल्फ कोर्स के एक छेद के लिए उसके आसपास के क्षेत्र को बनाए रखने के लिए प्रतिदिन 22,000 गैलन से अधिक पानी की आवश्यकता होती है.
इस तरह का कदम उठाने का खास मकसद यूरोप में पड़े सबसे खराब सूखे में से एक के संदर्भ में पानी की बर्बादी की निंदा करना था. वहीं, जब पूरा देश सूखे की भीषण मार झेल रहा है तो एक खास एलीट वर्ग को विलासिता का जीवन जीने के लिए पानी की बर्बादी की अनुमति दी गई है. पानी की कमी और सूखे की वजह से ग्रामीणों की फसलों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. ग्रुप ने कहा कि वह यह स्पष्ट करना चाहता है कि अमीर और उनकी गैर जरूरी गतिविधियों की वजह से संसाधनों की बर्बादी हो रही है. उनकी विलासिता को सहन करना मुनासिब नहीं है.
देखा जाए तो स्पेन 2022 के अंत से लंबे समय तक सूखे की मार झेल रहा है. अप्रैल में, देश के कई शहरों में तापमान रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था जिससे गंभीर सूखा पड़ा है. इस सूखे के परिणामस्वरूप कुछ जलाशयों की क्षमता 10 फीसदी से भी कम रह गई है क्योंकि लाखों हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो गई हैं.
यूरोपीय संघ की कोपरनिकस जलवायु परिवर्तन सेवा के अनुसार 1 से 10 जून के बीच स्पेन का 60 फीसदी हिस्सा ‘सूखे के अलर्ट’ की स्थिति में था.
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पहले प्रकाशित : 05 जुलाई 2023, 13:35 IST