छेड़खानी और मानसिक स्वास्थ्य: ऑफिस, क्‍लब, बार, पार्टीज, रेस्‍टोरेंट्स और कुछ दूसरी जगहों पर मौजूद लोग माहौल को हल्‍का-फुल्‍का बनाने के लिए आपस में हंसी मजाक करते हैं. इनमें कुछ पुरुष महिलाओं के साथ और कुछ महिलाएं पुरुषों के साथ फ्लर्टिंग भी करते हैं. अगर इससे किसी के सम्‍मान और भावनाओं को ठेस नहीं पहुंच रही तो इसमें कुछ भी गलत नहीं होता है. कुछ शोध तो यहां तक कहते हैं कि फ्लर्टिंग मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य के जिए काफी फायदेमंद होती है. शोधकर्ताओं के मुताबिक, फ्लर्टिंग में शामिल होना आपके लिए अच्छा है.

फ्लर्टिंग को केवल मनोरंजन के लिए किसी को शामिल करने के तौर पर परिभाषित किया जा सकता है. आप इमोजी और चुटकुलों के साथ टेक्स्ट के जरिये फ्लर्ट कर सकते हैं. व्यक्तिगत रूप से जब आप किसी बार या रेस्‍टोरेंट में दोस्तों के समूह के साथ होते हैं और कमरे में किसी आकर्षक व्यक्ति को देखते हैं तो आप फ्लर्ट कर सकते हैं. यह एक व्यवहार और संचार का रूप है, जिसमें अक्सर शारीरिक भाषा शामिल होती है. अब सवाल ये उठता है कि फ्लर्टिंग से हमारे स्‍वास्‍थ्‍य को क्‍या और कैसे फायदा मिलता है?

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आत्मसम्‍मान को बढ़ाता है फ्लर्ट
कभी-कभी हमें हर वक्‍त नकारात्‍मकता फैलाने वाले उन लोगों से निपटना पड़ता है, जो हमें हमारे काम या घरेलू जीवन में नीचा दिखाते रहते हैं. वहीं, जब आत्म-आलोचनात्मक होने की बात आती है तो हम खुद अपने सबसे बड़े दुश्मन होते हैं. हो सकता है कि हमारा करियर हमारे मित्र के करियर की तरह तेजी से आगे नहीं बढ़ रहा हो. ऐसे में अगर वे हमें बताते हैं कि उन्हें अभी प्रमोशन मिला है तो हम खुद के आलोचक बन जाते हैं. इससे हमारे आत्मसम्मान पर बुरा असर पड़ता है. लंबे समय तक तनाव के कारण हम कभी-कभी ज्‍यादा असुरक्षित महसूस करते हैं. ऐसे में किसी के साथ फ्लर्टिंग आपके आत्मसम्मान को बढ़ाने का तरीका हो सकता है.

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किसी के साथ फ्लर्टिंग आपके आत्मसम्मान को बढ़ाने का तरीका हो सकता है.

आत्मविश्‍वास में होता है इजाफा
जब आप दूसरों के साथ फ्लर्ट करते हैं और वे सकारात्‍मक प्रतिक्रिया देते हैं या वे सीधे आपसे फ्लर्ट करते हैं तो आप किसी तरह की मदद नहीं कर सकते, लेकिन आप खुद को उसके योग्‍य महसूस करते हैं. आदर्श रूप से हमें आगे बढ़ना चाहिए और अपने भीतर आत्मविश्‍वास खोजना चाहिए. थोड़े से हंसी मजाक में कुछ भी गलत नहीं है, जो हमें यह महसूस कराता है कि हम वास्तव में आकर्षक हैं. इस तरह से अपने आत्मविश्‍वास को बढ़ाने में कुछ भी गलत नहीं है.

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तनाव को करता है काफी कम
ऑर्गेनाइजेशनल बिहेवियर एंड ह्यूमन डिसीजन प्रोसेसेज में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया है कि लोग अपने सहकर्मियों के साथ काम के दौरान अचानक छेड़खानी करने लगते हैं. इससे माहौल अचानक हल्‍का-फल्‍का हो जाता है और लोगों के चेहरों पर मुस्‍कान आ जाती है. फ्लर्टिंग ने सहकर्मियों के बीच हल्की छेड़खानी और मजाक का रूप ले लिया है. वास्तव में फ्लर्ट करने से तनाव दूर हो जाता है. शोधकर्ता कहते हैं कि फ्लर्टिंग यौन उत्पीड़न से अलग है. उनका कहना है कि ज्‍यादातर कर्मचारी सिर्फ अपने साथियों के साथ मजाक करना और सहज छेड़खानी करना पसंद करते हैं.

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बेहतर होता है बातचीत का तरीका
किसी के साथ बेहतर संबंध बनाने में बातचीत का लहजा अहम होता है. जब आप इस बात का ध्यान रखते हैं कि फ्लर्टिंग कैसे की जाए और दोस्त को हंसाने का तरीका कैसे खोजा जाए, तो आप अपने सामाजिक कौशल में सुधार कर रहे होते हैं. असल में अच्छे संचार कौशल का होना रिश्तों का अहम आधार होता है. शोधकर्ताओं का कहना है कि बेहतर कम्‍युनिकेशन स्किल्‍स डवेलप करने के लिए अच्‍छा श्रोता होना पहली शर्त होती है. फ्लर्टिंग के दौरान बेशक बातचीत आप ही शुरू करें, लेकिन फिर ध्‍यान से अपने साथी को सुनें और उसकी बातों का सही से जवाब दें. जब हम किसी रिश्ते में इस तरह के भागीदार बनते हैं तो हम अपने संचार कौशल को विकसित कर रहे होते हैं.

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किसी के साथ बेहतर संबंध बनाने में बातचीत का लहजा अहम होता है.

क्या फ्लर्टिंग का पता लगा सकते हैं
फ्लर्टिंग समझने के लिए काफी सूक्ष्म होती है और अक्सर खारिज कर दी जाती है. कंसास यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में 104 छात्रों को शामिल किया गया, जिनमें 84 फीसदी को सटीक रूप से पता था कि उनका साथी उनके साथ छेड़खानी नहीं कर रहा था. वहीं, 4 को पता था कि उनका साथी फ्लर्टिंग कर रहा है. हालांकि, केवल 28 फीसदी ही सही से समझ पाए थे कि उनके पार्टनर उनके साथ फ्लर्ट कर रहे थे. पुरुषों और महिलाओं के बीच भी साफ बंटवारा था. पुरुषों ने 36 फीसदी मामलों में सही ढंग से महसूस किया कि महिलाएं उनके साथ फ्लर्ट कर रही थीं. वहीं, महिलाओं ने 18 फीसदी मामलों में ही फ्लर्टिंग को सही से पहचाना. महिलाएं किसी पुरुष के उनकी ओर मुस्कुराने को दोस्ताना व्यवहार मान सकती हैं. इसलिए फ्लर्टिंग स्पष्‍ट नहीं है.

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फ्लर्टिंग से कौन लोग भागते हैं दूर
सामाजिक चिंता से ग्रस्त लोगों को फ्लर्टिंग परेशान करने वाली लग सकती है. अत्यधिक शर्मीले या सामाजिक रूप से चिंतित लोग जबरदस्‍त असुविधा के कारण खुद में सिमटना पसंद कर सकते हैं या हो सकता है कि वे किसी भी चुलबुले व्यवहार से बचना चाहें. अगर आप फ़्लर्टिंग का प्रयास करने का निर्णय लेते हैं तो अधिक प्रभावी और आत्मविश्‍वासपूर्ण प्रभाव बनाने के लिए आप अपनी शारीरिक भाषा के साथ कुछ चीजें कर सकते हैं. फ्लर्टिंग करते समय रक्षात्‍मक मुद्रा में खड़े ना हों. किसी भी तरह की टैपिंग, उंगलियों से अपने शरीर पर ढोल बजाने जैसे घबराहट के लक्षणों से छुटकारा पाएं. घबराहट में ज्‍यादा तेजी से ना तो चलें और ना ही बोलें.

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कभी-कभी इस बारे में स्पष्टता की कमी होती है कि आप फ्लर्ट कर रहे हैं या नहीं.

कैसे करें सफलतापूर्वक फ्लर्ट
फ्लर्ट करते समय आपको किसी को हास्यास्पद तौर पर लंबे समय तक घूरकर किसी कार्टून चरित्र की तरह अपनी पलकें झपकाने या बहुत जोर से हंसने की जरूरत नहीं है. कभी-कभी इस बारे में स्पष्टता की कमी होती है कि आप फ्लर्ट कर रहे हैं या नहीं. अपडेटेड फेशियल एक्शन कोडिंग सिस्टम पर आधारित द जर्नल ऑफ सेक्स रिसर्च के शोध के अनुसार, ज्‍यादातर विषमलैंगिक पुरुषों ने चार कंपोनेंट के साथ महिलाओं के चेहरे के भावों को फ्लर्टिंग का प्रतिनिधित्व करने के तौर पर पहचाना है. इनमें सिर बगल की ओर करना, ठुड्डी थोड़ी नीचे झुकाना, हल्की सी मुस्कान, आंखों में लगातार घूरना शामिल हैं. वहीं, जब पुरुष फ्लर्ट करते हैं, तो वे आंखों के संपर्क का उपयोग करते हैं. इस दौरान उनकी शारीरिक भाषा बदल जाती है.

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