हाइलाइट्स
शरीर को डिटॉक्सिफाई करने के लिए जौ की घास का जूस पिएं.
इम्यूनिटी वीक है तो जौ की घास का जूस पी सकते हैं.
जौ घास के रस के फायदे: आप खुद को स्वस्थ और फिट रखने के लिए कई तरह की हेल्दी चीजों का सेवन करते होंगे. फल, हरी सब्जियों, अनाज, फलों से तैयार जूस पीते होंगे. यदि आप इस लिस्ट में एक और पौष्टिक चीज से तैयार जूस को शामिल कर लेंगे तो सेहत को मिलेंगे ढेरों लाभ. साथ ही आप बचे रह सकते हैं कई गंभीर बीमारियों से भी. हम बात कर रहे हैं लेमन ग्रास से तैयार जूस की. लेमन ग्रास यानी जौ की घास. जी हां, जौ की घास सेहत को कई तरह से लाभ पहुंचाती है. आइए जानते हैं जौ की घास से बने जूस के सेवन से होने वाले फायदों के बारे में…
बार्ले ग्रास या जौ की घास में पोषक तत्व
इंडियनएक्सप्रेस डॉट कॉम में छपी एक खबर के अनुसार, जौ की घास बहुत ही फायदेमंद और कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इसमें विटामिंस, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स, पॉलीफेनॉल्स, डायटरी फाइबर, प्लांट कम्पाउंड्स आदि भरपूर होते हैं. ये सभी सेहत को कई तरह से लाभ पहुंचाते हैं और बेहद जरूरी और महत्वपूर्ण भी होते हैं. अब जानते हैं जौ की घास के जूस पीने के फायदे (Benefits of barley grass juice).
जौ की घास का जूस पीने के फायदे
– बार्ले प्लांट की ताजा हरी पत्तियों से ये ग्रीन जूस तैयार किया जाता है, जो बेहद ही पौष्टिक होता है. जौ की घास में एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज होती हैं, जो हार्ट को हेल्दी रखने में मुख्य भूमिका निभाती हैं. साथ ही ये शरीर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और फ्री रैडिकल डैमेज से भी सुरक्षित रखती हैं. जौ की घास का जूस पीकर आप खुद को कई गंभीर रोगों से बचाए रख सकते हैं.
-यदि आपका वजन बढ़ रहा है तो आप बार्ले ग्रास का जूस पीना शुरू कर दें. हालांकि, इसके सेवन से पहले आप एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें. इसमें फाइबर की मात्रा अधिक और कैलोरी कम होती है. इस तरह ये वेट लॉस के लिए बेहद ही कारगर जूस है. यह मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है, जिससे वजन कंट्रोल रहता है.
-इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहता है. जौ की घास के जूस में डायटरी फाइबर होता है, जो ब्लडस्ट्रीम में ब्लड शुगर को एब्जॉर्ब करने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है. इस तरह से डायबिटीज को कंट्रोल में रखना आसान हो सकता है. एक्सपर्ट की सलाह पर मधुमेह के मरीज इसका सेवन कर सकते हैं.
-जौ की घास से बने जूस में एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व जैसे विटामिन सी, डायटरी फाइबर होते हैं, जो अर्थराइटिस, अस्थमा, गाउट या गठिया आदि इंफ्लेमेटरी कंडीशन के लक्षणों को कम करने में कारगर होते हैं.
– शरीर को डिटॉक्सिफाई करने के लिए भी आप जौ की घास से तैयार जूस पी सकते हैं. यह शरीर में मौजूद टॉक्सिन, गंदगी को बाहर निकाल फेंकता है. इसका सेवन आप सप्ताह में दो से तीन बार सीमित मात्रा में करके देखें, लाभ होगा.
-इस जूस में कई तरह के फाइटोन्यूट्रिएंट्स, विटामिन ए, सी आदि होते हैं, जो पाचन तंत्र को दुरुस्त और हेल्दी रखते हैं. इसमें लैक्सेटिव तत्व पेट को साफ करते हैं. बाउल मूवमेंट सही रहता है, जिससे कब्ज की समस्या नहीं होती है. पेट में जलन, गैस, ऐंठन, ब्लोटिंग होने पर भी आप इस जूस का सेवन कर सकते हैं.
– इम्यूनिटी वीक होने पर भी आप जौ की घास का जूस पी सकते हैं. यह जूस कई तरह के एंटीमाइक्रोबियल प्रॉपर्टीज से भरपूर होता है, जो शरीर को वायरल, फंगल और बैक्टीरिया से होने वाले इंफेक्शन से बचाता है.
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पहले प्रकाशित : 01 जुलाई, 2023, 2:29 अपराह्न IST