हाइलाइट्स

खाने से पहले हमेशा भोजन की जांच करनी चाहिए ताकि फफूंदी या अजीब गंध का पता चल सके.
कई मामलों में आप ऐसे बैक्टीरिया नहीं देख पाएंगे जो खाने की चीजों को विषाक्तता कर सकते हैं.

भोजन की समाप्ति तिथि: हम में से ज्‍यादातर लोग जब कोई चीज खाते हैं तो उसकी एक्‍सपायरी डेट नहीं देखते हैं. वहीं, संभव है कि कुछ लोगों ने एक्‍सपायरी डेट गुजरने के एक या दो दिन बाद भी किसी खाद्य पदार्थ का सेवन कर लिया हो और उन्‍हें कुछ नुकसान ना हुआ हो. वहीं, ये भी हो सकता है कि किसी को एक्‍सपायरी डेट निकलने के बाद किसी चीज को खाने का बड़ा खामियाजा बीमारी के तौर पर भुगतना पड़ा हो. ऐसा क्‍यों होता है? दरअसल, हम में से ज्‍यादातर लोग ये तय नहीं कर पाते हें कि कौन सी चीजें फेंकने लायक हैं. हम में से ज्‍यादातर लोग खाने-पीने की चीजों को देखकर और सूंघकर तय कर लेते हैं कि हमें उसे खाना है या नहीं.

फूड एक्‍सपर्ट्स का कहना है कि लेकिन कई मामलों में इस्‍तेमाल का सर्वोत्तम समय गुजरने के एक या दो दिन बाद किसी चरीज को खाना बुरा विचार नहीं है. डायटीशियन जेन फिलेनवर्थ ने सुझाव दिया कि ऐसी चीजों को खाने-पीने से आमतौर पर कोई परेशानी नहीं होती है. उनके मुताबिक, खाने-पीने की चीजों पर इस्‍तेमाल की अवधि खत्‍म होने की तारीख काफी भ्रमित करने वाली हो सकती हैं. वह कहती हैं कि उन्‍होंने खुद कई चीजों का उनके इस्‍तेमाल की तारीख बीतने के बाद भी बिना किसी परिणाम के सेवन किया है. हालांकि, इसका मतलब नहीं है कि एक्सपायर्ड फूड आइटम्‍स खाना जोखिम से खाली है.

ये भी पढ़ें – AIMPLB: क्या है आल इंडिया मुस्लिम लॉ बोर्ड, जो कर रहा है समान नागरिक संहिता का विरोध

एक्‍सपायर्ड फूड खाने से क्‍या हो सकता है?
फिलेनवर्थ कहती हैं कि एक्सपायर हो चुके खाद्य पदार्थ या इस्‍तेमाल की बेस्‍ट डेट बीतने के बाद किसी चीज को खाने से आपका शरीर हानिकारक बैक्टीरिया के संपर्क में आ सकता है. इससे उल्टी, दस्त और बुखार की शिकायत हो सकती है. उनके मुताबिक, अगर आप बेस्‍ट बीफोर डेट या एक्‍सपायरी डेट बीतने के कुछ दिन बाद तक खाने-पीने की चीजों का सेवन करते हैं तो ज्‍यादातर बार आपको कुछ नहीं होगा. आम तौर पर खाद्य पदार्थों पर तीन तरह की तारीखें सूचीबद्ध होती हैं. इनमें बेस्‍ट इफ यूज्‍ड बाय डेट, द सेल बाय डेट और यूज बाय डेट शामिल होती हैं. उन्होंने बताया कि इन सभी से संकेत मिलता है कि सबसे बेहतरीन स्वाद और ताज़ा उत्पाद सुनिश्चित करने के लिए उत्पाद को इस विशेष तिथि तक बेचा या उपभोग किया जाना चाहिए.

यदि आप समाप्ति तिथि के बाद खाना खाएंगे तो क्या होगा, खाद्य विशेषज्ञ, भोजन की समाप्ति तिथि, भोजन की सर्वोत्तम उपयोग तिथि, हानिकारक बैक्टीरिया, उल्टी, दस्त, बुखार, शेल्फ-स्थिर खाद्य पदार्थ, जमे हुए खाद्य पदार्थ, स्वास्थ्य समाचार, स्वास्थ्य युक्तियाँ, स्वस्थ आहार

एक्‍सपर्ट्स के मुताबिक, डिब्बाबंद और शेल्‍फ स्‍टेबल फूड्स के साथ ही फ्रोजन फूड्स को एक्‍सपायरी डेट के कुछ दिन बाद तक खाना सुरक्षित रहता है.

रखा हुआ भोजन खो देता है पौष्टिक गुण
अमेरिकी कृषि विभाग का कहना है कि डिब्बाबंद और शेल्‍फ स्‍टेबल फूड्स के साथ ही फ्रोजन फूड्स को इन तिथियों के बाद भी खाना सुरक्षित रहता है. हालांकि कुछ ख्‍चीजों के मामले में खाद्य पदार्थ बासी हो सकते हैं या उनका स्वाद खराब हो सकता है. विभाग के मुताबिक, फूड आइटम्‍स पर दी गईं इस्‍तेमाल की तिथियों के बाद किसी चीज को खाने से भोजन अपना कुछ पोषण मूल्य खो सकता है. हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. लुइजा पेट्रे ने कहा कि ताजा भोजन आमतौर पर बहुत पौष्टिक होता है. इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने सुझाव दिया कि भोजन में ताजगी की मुख्य सीमा के बाद मुख्य पोषक तत्वों की कमी हो जाती है. खाने-पीने की चीजें जितनी ज्‍यादा देर तक रखी रहेंगे, उतनी ही कम पौष्टिक होंगी.

ये भी पढ़ें – Explainer: क्या है समान नागरिक संहिता, अभी कहां-कहां है लागू, इससे क्या होंगे बड़े बदलाव

कैसे हो सकती है फूड पॉयजनिंग?
डायटीशियन न्‍यूट्रीशियनिस्‍ट समर यूल के मुताबिक, अगर खाने-पीने की चीजें को एक्‍सपायरी डेट गुजरने के लंबे समय बाद और खाद्य पदार्थ खराब होने के बाद खाने से आपको बैक्‍टीरिया के संपर्क में आने से फूड पॉयजनिंग हो सकती है. उनके मुताबिक, आपको बुखार, ठंड लगना, पेट में ऐंठन, दस्त, मतली और उल्टी जैसी बीमारियां हो सकती हैं. मेडएक्सप्रेस के डॉ. क्लेयर मॉरिसन ने कहा कि अगर आप एक्सपायर्ड खाना खाते हैं तो इसमें खतरनाक मात्रा में ई. कोली और बैक्टेरॉइड्स जैसे हानिकारक बैक्टीरिया हो सकते हैं. इससे पेट में दर्द, उल्टी, दस्त और बुखार भी हो सकता है. वहीं, एक्सपायर्ड भोजन में पाए जाने वाले कुछ जीवाणु जीवन के लिए खतरा भी पैदा कर सकते हैं. इससे किडनी को भी नुकसान पहुंच सकता है.

ये भी पढ़ें – Explainer: इस्लाम के 5 स्तंभ क्या हैं, जिनमें शामिल हैं हज और ज़कात

किन चीजों में पनपते हैं बैटीरिया?
डॉ. मॉरिसन कहते हैं कि फूड पॉयजनिंग का खतरा पैदा करने वाले खाद्य पदार्थों को खाते समय बहुत सावधानी बरतनी चाहिए. रोग नियंत्रण व रोकथाम केंद्र के अनुसार, इस सूची में पालक और पोल्ट्री जैसे खाद्य पदार्थ शामिल हैं. जब भी आप कोई फूड आइटम खरीदते हैं तो उसकी एक्‍सपायरी डेट, बेस्‍ट बीफोर यूज डेट को ध्‍यान से देखना चाहिए. डॉ. पेट्रे ने कहा कि डेयरी, डेली मीट और कच्चा मीट जैसे खराब होने वाले खाद्य पदार्थों के मामले में अतिरिक्‍त सावधानी बरतना बेहतर रहता है. दरअसल इनमें बैक्टीरिया के पनपने का खतरा बहुत ज्‍यादा होता है. उन्होंने कहा कि अंडे, मिश्रित साग, जामुन और पनीर खरीदते समय भी इसका ध्‍यान रखना चाहिए.

यदि आप समाप्ति तिथि के बाद खाना खाएंगे तो क्या होगा, खाद्य विशेषज्ञ, भोजन की समाप्ति तिथि, भोजन की सर्वोत्तम उपयोग तिथि, हानिकारक बैक्टीरिया, उल्टी, दस्त, बुखार, शेल्फ-स्थिर खाद्य पदार्थ, जमे हुए खाद्य पदार्थ, स्वास्थ्य समाचार, स्वास्थ्य युक्तियाँ, स्वस्थ आहार

विशेषज्ञों के मुताबिक, खाने पीने की खुली चीजें खरीदते समय विशेष सवाधानी बरतनी चाहिए.

खाने की खुली चीजों को कैसे परखें?
फिलनवर्थ के मुताबिक, अगर आप कोई खुला खाद्य पदार्थ खरीद रहे हैं तो वो चीज खाने लायक है या नहीं, ये जानने का सबसे अच्‍छा तरीका है ‘दृश्य परीक्षण’ करना. उनके मुताबिक, ध्‍यान से देखें कि उस चीज पर फफूंदी तो नहीं लगी. फिर उत्पाद को सूंघकर देखें कि उससे किसी तरह की गंध तो नहीं आ रही है. अगर इन दोनों मामलों में सब ठीक लगता है तो उत्पाद को चखकर देखें. अगर स्‍वाद सामान्य से कुछ अलग है, तो इसे ना खरीदें. यूल ने इनसाइडर से कहा कि अगर किसी खाद्य पदार्थ का डिब्‍बा अजीब तरह से फूल गया है या उसमें किसी तरह की गंध नहीं आ रही या बहुत तीखी गंध आ रही है तो उसे कूड़ेदान में डाल देना चाहिए.

टैग: स्वास्थ्य समाचार, स्वास्थ्य सुझाव, स्वस्थ आहार, गुणकारी भोजन

(टैग्सटूट्रांसलेट)यदि आप समाप्ति तिथि के बाद खाना खाएंगे तो क्या होगा(टी)खाद्य विशेषज्ञ(टी)भोजन की समाप्ति तिथि(टी)भोजन की सर्वोत्तम उपयोग तिथि(टी)हानिकारक बैक्टीरिया(टी)उल्टी(टी)दस्त(टी)बुखार( टी) शेल्फ-स्थिर खाद्य पदार्थ (टी) जमे हुए खाद्य पदार्थ (टी) स्वास्थ्य समाचार (टी) स्वास्थ्य युक्तियाँ (टी) स्वस्थ आहार

Source link

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *