मास्को. रूस (Russia) में जारी अनिश्‍चितता के बीच वैगनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन (Yevgeny Prigozhin) ने कहा कि उनके लड़ाकों ने रूसी नेतृत्व को उखाड़ फेंकने के लिए मार्च नहीं किया था. एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, वैगनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने विफल विद्रोह के बाद पहली बार इसे लेकर बात करते हुए कहा कि उनके सैनिकों ने रूसी नेतृत्व को उखाड़ फेंकने के लिए मार्च नहीं किया था.

वैगनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने टेलीग्राम ऐप पर जारी अपने 11 मिनट के नए ऑडियो में कहा, ‘हमारे समूह का इरादा यूक्रेन में युद्ध के अप्रभावी आचरण पर विरोध दर्ज कराने का था. हमने अपना मार्च एक अन्याय के कारण शुरू किया था.’ हालांकि, इस ऑडियो में उन्होंने यह नहीं बताया कि वह अभी कहां हैं या उनकी भविष्य की योजनाएं क्या हैं?

रक्‍तपात से बचने के लिए लौटने का फैसला किया
शनिवार को रूसी राजधानी मॉस्को की ओर कूच रहे अपने लड़ाकों को रोकने के बाद से येवगेनी प्रिगोझिन के ठिकाने के बारे में स्‍पष्‍ट जानकारी नहीं है. रूसी मीडिया में जारी कई अटकलों के बीच कहा गया है कि प्रिगोझिन के लोग मॉस्‍को से केवल 200 किलोमीटर दूर थे. इधर, प्रिगोझिन ने कहा कि उन्होंने ‘रक्तपात’ से बचने के लिए वापस लौटने का फैसला किया है. क्रेमलिन, बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको की मदद से भाड़े के मालिक के साथ एक समझौते पर बातचीत करने में कामयाब रहा था.

62 वर्षीय वैगनर प्रमुख का पुतिन के साथ लंबे समय से संबंध हैं और उन्हें ‘पुतिन का शेफ’ तक कहकर बुलाया जाता था.  उन्होंने वैगनर ग्रुप का गठन किया था, जिसके लड़ाकों ने लीबिया, सीरिया, कई अफ्रीकी देशों और अंततः यूक्रेन के सैन्य अभियान में हिस्सा लिया.

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