हाइलाइट्स
अगर रिफाइंड चावल का हम ज्यादा इस्तेमाल करेंगे तो इससे ब्लड शुगर भी बहुत ज्यादा बढ़ सकता है.
अगर आप चावल की तरह कोई और अनाज खाएंगे जिसमें कार्बोहाइड्रैट ज्यादा हो तो इससे वजन कम नहीं होगा.
क्या होता है यह चावल महीने भर के लिए छूट जाता है: दक्षिण एशिया में चावल लोगों का मुख्य आहार है. भारत में तो चावल के बिना लोग दो दिन भी नहीं रह सकते. दिन में कम से कम एक बार लोग चावल का कुछ न कुछ मुख्य भोजन के रूप में जरूर लेते हैं. हालांकि चावल पर पूरी तरह से निर्भरता हमारी सेहत के लिए उतनी सही नहीं है. चावल में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और अन्य तरह के पोषक तत्वों का भी अभाव होता है. इसके साथ ही इसमें स्टार्च भी बहुत ज्यादा पाया जाता है. अगर रिफाइंड चावल का हम ज्यादा इस्तेमाल करेंगे तो इससे ब्लड शुगर भी बहुत ज्यादा बढ़ सकता है. वहीं, इसका सबसे बुरा परिणाम वजन बढ़ने में देखा जा सकता है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि अगर कोई व्यक्ति एक महीने तक चावल नहीं खाएं तो उसका सेहत पर इसका क्या असर होगा. इस बात को समझने के लिए एक्सपर्ट की राय जानना जरूरी है.
कैलोरी कम होने से वजन कंट्रोल
इंडियन एक्सप्रेस की खबर में श्रीबालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट की चीफ न्यूट्रिशनिस्ट प्रिया भ्रमा ने बताया कि अगर आप एक महीने तक चावल नहीं खाते हैं तो शरीर में कैलोरी की मात्रा कम हो जाएगी, इससे मुख्य रूप से वजन कम हो सकता है. चूंकि चावल में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होती है, इसलिए जब हम चावल नहीं खाएंगे तो यह हमारे शरीर में नहीं जाएगा. जाहिर है इससे ब्लड शुगर लेवल स्थिर हो जाएगा. वोखार्ड अस्पताल की सीनियर डायटीशियन रिया देसाई इस बात पर सहमति जताते हुए कहती हैं कि अगर एक महीने तक चावल नहीं खाया जाए तो वजन घट सकता है लेकिन यह तब होगा जब चावल की जगह आप इसी तरह की कोई और चीज को भी न खाएं.
शुगर अचानक नहीं बढ़ेगा
अगर आप चावल की तरह कोई और अनाज खाएंगे जिसमें कार्बोहाइड्रेट ज्यादा हो तो इससे वजन कम नहीं होगा. रिया देसाई ने बताया कि जहां तक ब्लड शुगर कम होने की बात है तो अगर हम चावल नहीं खाएंगे तो खाने के बाद जो ब्लड शुगर अचानक बढ़ता है वो नहीं बढ़ेगा. हालांकि ऐसा भी तब तक होगा जब तक आप चावल नहीं खाएंगे. लेकिन जैसे ही एक महीने बाद आप चावल खाना शुरू करेंगे तो फिर से ब्लड शुगर उसी तरह का हो जाएगा.
चावल छोड़ना सही हल नहीं
इन सब बातों के मद्देनजर यह जानना जरूरी है कि अगर हम चावल खाते हैं तो हमें कितनी मात्रा में चावल खाना चाहिए और कब खाना चाहिए. अगर आप एक कटोरा चावल सही तरीके से खाएंगे तो इससे शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा. दूसरी ओर अगर हम चावल नहीं खाएंगे तो हमारे शरीर में फाइबर की मात्रा भी कम बनेगी. इससे हमारी पाचन की प्रक्रिया में बदलाव आएगा. वहीं जहां तक पोषक तत्व की बात है तो चावल में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होती है. इसके अलावा विटामिन बी और मिनिरल्स भी होते है. इसलिए इसका असर हर इंसान पर अलग-अलग होता है. तो क्या हम एक महीने तक चावल न खाएं तो हमारी सेहत सुधर सकती है. न्यूट्रिशनिस्ट प्रिया भ्रमा बताती है कि ऐसा बिल्कुल नहीं है.
संतुलित मात्रा में खाना जरूरी
प्रिया भ्रमा ने बताया कि एक महीने तक चावल छोड़ देना समस्या का हल नहीं है बल्कि चावल को सीमित करना ज्यादा जरूरी है. कार्बोहाइड्रेट को सीमित करने के लिए चावल को डाइट से हटाना व्यक्ति का निजी फैसला हो सकता है लेकिन इसके बजाय कार्बोहाइड्रेट को सही तरीके से प्रबंधित करना ज्यादा जरूरी है. इसके लिए जरूरी है कि आप संतुलित आहार लें. संतुलित आहार में प्रोटीन, फाइबर और सभी तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है. ऐसे में आपको फाइबर के लिए हर दिन सलाद खाना चाहिए. वहीं प्रोटीन के लिए हर दिन दाल जरूरी है. कार्बोहाइड्रेट के लिए चावल भी खा सकते हैं लेकिन सीमित मात्रा में. यानी अगर आप हेल्दी रहना चाहते हैं तो हेल्दी डाइट जरूरी है. हेल्दी डाइट में हरी सब्जी, पत्तीदार सब्जी, गोभी, फलियां, मसूर की दाल, साबुत अनाज आदि का सेवन करें. इसके साथ ही ज्यादा तली भुनी चीजें, पैकेटबंद फूड, प्रोसेस्ड फूड, पिज्जा-बर्गर, फास्ट फूड इत्यादि का सेवन न करें.
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पहले प्रकाशित : 25 जून, 2023, 2:19 अपराह्न IST