हाइलाइट्स

सालों से यहां काम कर रहे हैं और टैक्‍स का भुगतान भी कर रहे हैं
छात्रों के मुद्दे को विदेश मंत्री एस जयशंकर कनाडाई समकक्ष के साथ उठा रहे हैं
कनाडा सरकार को न‍िष्‍पक्ष रहने का आग्रह, मामले में छात्रों की गलती नहीं थी

ओटावा (कनाडा). कनाडा (Canada) में भारतीय छात्रों के निर्वासन को लेकर मामला गहराता जा रहा है. कनाडा सरकार में व‍िपक्ष के नेता प‍ियरे पोइलीवरे इन छात्रों के समर्थन में उतर आए हैं. उन्होंने इसके लिए वर्तमान प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Canadian Prime Minister Justin Trudeau) को जिम्मेदार ठहराया है. व‍िपक्षी नेता प‍ियरे पोइलीवरे (Pierre Poilievre) ने सरकार से निर्वासन को रोकने के लिए आग्रह क‍िया है. उन्होंने कहा कि धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ मुकदमा चलाया जाए. वहीं, ईमानदार छात्रों को रहने, काम करने और कनाडा में योगदान देने का मौका दिया जाए.

कनाडा में आधिकारिक विपक्ष के नेता पोइलीवरे ने ट्विटर पर वहां की वर्तमान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘ट्रूडो सरकार अंतरराष्ट्रीय छात्रों को कुटिल घोटालेबाजों से बचाने में विफल रही है और अब, ट्रूडो छात्रों को निर्वासित करके पीड़ितों को दंडित कर रहे हैं – यहां तक ​​कि उन लोगों को भी जिन्होंने अच्छे विश्वास के साथ काम किया है और सालों से यहां काम कर रहे हैं और टैक्‍स का भुगतान भी कर रहे हैं. उन्‍होंने कहा क‍ि धोखेबाजों पर मुकदमा चलाएं. बंद करो निर्वासन. ईमानदार छात्रों को कनाडा में रहने, काम करने और योगदान करने दें.’

समाचार एजेंसी एनआईए के मुताब‍िक पोइलीवरे ने निर्वासन का सामना कर रहे छात्रों के परिवारों के साथ अपनी मुलाकात की तस्वीरें भी पोस्ट कीं. कनाडा में भारतीय छात्रों के एक वर्ग को कथित रूप से फर्जी प्रवेश पत्र जमा करने के लिए निर्वासन की धमकी दी गई है और वास्तविक संख्या मीडिया में बताई जा रही 700 से बहुत कम है. कनाडा में निर्वासन का सामना कर रहे भारतीय छात्रों के मुद्दे को विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) अपने कनाडाई समकक्ष के साथ उठा रहे हैं. भारत ने कनाडाई अधिकारियों से बार-बार निष्पक्ष रहने का आग्रह किया गया है क्योंकि छात्रों की गलती नहीं थी.

टैग: कनाडा, जस्टिन ट्रूडो, विश्व समाचार हिंदी में



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