जकार्ता: इंडोनेशिया में किस करते हुए पकड़े गए एक अविवाहित जोड़े को सजा के तौर पर सरेआम कोड़े मारे गए. अधिकारियों ने 23 वर्षीय युवक और 24 वर्षीय युवती को कथित तौर पर एक खड़ी कार में अंतरंग होते हुए पकड़ा. सिंधो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, सुमात्रा द्वीप पर बुस्तानुल सलातिन परिसर में दोनों को आम लोगों की उपस्थिति में 21-21 कोड़े मारे गए. इस कपल को यह क्रूर सजा सार्वजनिक रूप से दी गई और लोग पिटाई के दौरान महिला को फर्श पर गिरते हुए देखते रहे.

कपल को पहले 25 कोड़े मारने की सजा मिली थी, बाद में इसे 21 कोड़े तक सीमित रखा गया. मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक बांदा आचे अभियोजक कार्यालय के आपराधिक जांच विभाग के प्रमुख इस्नावती के ने कहा: ‘उन दोनों ने जिनायत कानून (इस्लामिक आपराधिक कानून) के आचे संख्या 6 के अनुच्छेद 25 पैराग्राफ (1) का उल्लंघन किया था.’ द डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, इस जोड़े को सुमात्रा के बांदा एसेह शहर के उले ली हार्बर क्षेत्र में किस करते देखा गया था.

द डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, एक पुलिस अधिकारी ने कथित तौर पर एक खड़ी कार को हिलते हुए देखा. वह जांच के लिए वहां पहुंचा तो जोड़े को चुंबन करते हुए पाया. युवक को आचे बेसर में ल्होकंगा जेल में हिरासत में लिया गया, जबकि युवती को काझू हिरासत केंद्र में हिरासत में रखा गया. आपको बता दें कि इंडोनेशिया मुख्य रूप से मुस्लिम देश है, जहां की 90% आबादी इस्लाम धर्म का पालन करती. हालांकि, इस्लामिक कानून देश भर में लागू नहीं है. वास्तव में, इंडोनेशिया के 34 प्रांतों में से ऐश एकमात्र प्रांत है जो कानूनी रूप से शरिया से प्राप्त उपनियमों को अपना सकता है.

मेलऑनलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, अलगाववादी आंदोलन की मांगों को रोकने के लिए 2005 के एक स्वायत्तता सौदे के तहत केंद्र सरकार के साथ बनी सहमति के बाद ऐश ने शरिया से प्राप्त उपनियमों को कानूनी रूप से अपनाया था. ऐश में ‘निकटता’ कानून लागू है, जिसका अर्थ है कि विपरीत लिंग के अविवाहित व्यक्तियों के बीच नजदीकियां कुछ परिस्थितियों में आपराधिक मानी जा सकती हैं, और यहां इस नियम को तोड़ने वालों के लिए सार्वजनिक कोड़े मारने की एक सामान्य सजा है.

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