हीरोपंती 2 मूवी समीक्षा: टाइगर श्रॉफ (Tiger Shroff) ने साल 2014 में फिल्‍म ‘हीरोपंति’ से अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की थी. उस समय टाइगर टीनेजर थे, और अब सालों बाद एक्‍टर स‍िनेमाघरों में ‘हीरोपंति’ (Heropanti 2) दोबारा से करते नजर आ रहे हैं. पिछले कुछ सालों से सिनेमाघरों में मसाला फिल्मों का दौर लौट आया है. दर्शकों को ‘सत्‍य से परे एक्‍शन’ पसंद भी खूब आ रहा है. हालांकि यह बात अलग है कि मसाला हो या एक्शन, दर्शकों पर जादू साउथ की फिल्मों का ही ज्‍यादा चल रहा है. ऐसे में न‍िर्माता साज‍िद नाड‍ियाडवाला टाइगर श्रॉफ, नवाजुद्दीन स‍िद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) और तारा सुतार‍िया (Tara Sutaria) के साथ म‍िलकर एक बार फिर फुल-ऑन मसाला एंटरटेनर यानी ‘हीरोपंती 2’ लेकर आए हैं. इस फिल्‍म को ल‍िखा भी साज‍िद नाड‍ियाडवाला ने ही है. फ‍िल्‍म देखकर ये बात तो जरूर कहनी पड़ेगी कि ‘हीरोपंति… सब को आती नहीं और इनकी जाती नहीं…

कहानी की बात करें तो हीरो है बबलू राणावत (टाइगर श्रॉफ) जो एक हैकर है. व‍िलेन है लैला (नवाजुद्दीन स‍िद्दीकी) जो ‘पल्‍स’ नाम का एक ऐसा हैकिंग स‍िस्‍टम बनाने का सपना देख रहा है ज‍िसके जरिए वो 31 मार्च को देश में टैक्‍स के नाम पर जमा होने वाला सारा पैसा लूटना चाहता है. पहले पैसे के लालच में फंसा बबलू लैला की मदद करता है. लेकिन उसका जमीर तब जागता है जब वो एक मां को इस जालसाजी का श‍िकार होता और जलील होता देखता है. फ‍िर क्‍या, बबलू ही इस व‍िलेन की धज्‍ज‍ियां उड़ाने में लग जाता है. लैला की बहन है इनाया (तारा सुतार‍िया) ज‍िसे बबूल से प्‍यार हो जाता है.

देखिए फिल्म की बात करें तो टाइगर श्रॉफ इस फिल्म में एक्शन, कॉमेडी, रोमांस, डांस, सब कुछ करते दिख रहे हैं. टाइगर श्रॉफ जब फिल्‍मों में आए थे तो उन्होंने अपने एक्‍शन से सभी को चौंका दिया था लेकिन कई फिल्मों के बाद भी टाइगर का न तो अंदाज पुराना हुआ है और न ही उनके एक्शन का जादू धीमा पड़ा है. इस फ‍िल्‍म में भी टाइगर कुछ ऐसे एक्शन-सीन करते नजर आ रहे हैं, ज‍िन्‍हें देख आपको अपनी साइंस और फिजिक्स की क्लास याद आ जाएगी. टाइगर इस फिल्‍म में फुल-पैसा वसूल हैं.

कहते हैं कोई हीरो उतना ही दमदार लगता है जितना उसके सामने खड़ा व‍िलेन खतरनाक. लेकिन हीरोपंति में हैकिंग के जरिए देश को बर्बाद करने का इरादा रखने वाले व‍िलेन का नाम ‘लैला’ है. अब ये क‍िरदार नवाजुद्दीन सिद्दीकी से बेहतर शायद ही कोई और न‍िभा सकता है. नवाजुद्दीन पर्दे पर जब कुछ नहीं करते, तब भी कमाल कर देते हैं. शुरुआत के कुछ सींस में कहानी अचानक जंप लेती नजर आती है. कई बार लगता है कि यह क्या हुआ लेकिन फिर कुछ देर बाद आपको समझ आता है कि इस ‘ये क्या हुआ’ के पीछे की वजह क्‍या है.

हीरोपंती एक फूल ऑन मसाला फिल्म है, इसमें वो सारा मसाला है जो दर्शकों को सिनेमाघरों तक लाए, उनसे सीटियां बजवाए, हो सकता है आपका डांस भी निकल जाए. हां कहानी में कुछ जगह झोल है, लॉज‍िक की गड़बड़ है, लेकिन मसाला फिल्मों में अक्सर ऐसा ही झोल-झाल द‍िखता है. मैं इस फिल्‍म को 2.5 स्‍टार ही देती लेकिन आधा स्‍टार स‍िर्फ और स‍िर्फ टाइगर श्रॉफ की ग्रोथ के लिए. मेरी तरफ से इस फिल्‍म को 3 स्‍टार.

डिटेल्ड रेटिंग

कहानी :
स्क्रिनप्ल :
डायरेक्शन :
संगीत :

टैग: तारा सुतारिया, टाइगर श्रॉफ

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