पटना. बिहार के स्कूलों में शिक्षक बनने की आस में बीएड (B.Ed) की डिग्री हासिल कर चुके अभ्यर्थियों का लंबा इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है. अब ऐसे सभी अभ्यर्थी माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी एसटीईटी (Bihar STET) के लिए कमर कस कर तैयार हो जाएं, क्योंकि बीएसईबी (BSEB) ने एसटीईटी परीक्षा की तिथि की घोषणा कर दी है. परीक्षा 28 जनवरी को दो पालियों में ली जाएगी. प्रथम पाली की परीक्षा सुबह 10 से 12.30 तक और दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर 2 बजे से 4.30 तक आयोजित होगी. बीएसईबी अध्यक्ष आनंद किशोर (Anand Kishore) ने जानकारी देते हुए कहा कि जल्द ही परीक्षा केंद्र के साथ केंद्राधीक्षकों की भी सूची तैयार कर ली जाएगी. उन्होंने बताया कि परीक्षा राज्य के सभी जिलों में आयोजित होगी.

20 से 24 दिसंबर तक करें ऑनलाइन आवेदन
बीएसईबी के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि परीक्षा में सभी अभ्यर्थियों की बायोमीट्रिक तरीके से उपस्थिति दर्ज कराई जाएगी. सभी केंद्रों पर जैमर भी लगाए जाएंगे. इस परीक्षा में अधिकतम उम्र सीमा में पहले ही बोर्ड ने 10 वर्षों की छूट दे रखी है, जिसकी वजह से पहले से उम्र को लेकर निराश बैठे अभ्यर्थी भी परीक्षा में बड़ी संख्या में शामिल हो सकेंगे. वहीं कंप्यूटर साइंस के अभ्यर्थियों को भी उम्र सीमा में 8 वर्षों की छूट दी गई है. बीएसईबी ने परीक्षा तिथि की घोषणा के साथ ही अभ्यर्थियों को आवेदन करने का भी अतिरिक्त मौका भी दिया है. अब अभ्यर्थी एसटीईटी के लिए 20 से 24 दिसंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं साथ ही इस तिथि के अंदर शुल्क भी जमा कर सकते हैं. 25 से 26 दिसंबर तक त्रुटियों में सुधार का अतिरिक्त मौका मिलेगा.

स्कूलों में शिक्षकों की कमी
राज्य के विभिन्न स्कूलों में वर्तमान में पौने 4 लाख नियोजित शिक्षक कार्यरत हैं. बावजूद इसके स्कूलों में विषयवार शिक्षकों का टोटा है. प्रारंभिक से लेकर हाई और प्लस 2 स्कूलों में आज भी विषयवार शिक्षकों की भारी कमी है. हालांकि शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए 2012-13 के टीईटी और एसटीईटी पास अभ्यर्थियों को लंबे इंतजार के बाद नियोजन प्रक्रिया में शामिल होने का मौका मिला है. टीईटी पास अभ्यर्थियों की बहाली प्रक्रिया अंतिम चरण में है, जबकि एसटीईटी अभ्यर्थियों की भी जल्द ही बहाली प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. ऐसे में बीएसईबी की ओर से फिर से आयोजित एसटीईटी परीक्षा से लाखों बीएड अभ्यर्थियों की उम्मीदें जग गई हैं. बिहार में सरकार के स्तर से हर पंचायत में हाईस्कूल खोलने और मिडिल स्कूलों को अपग्रेड करने का काम भी हो रहा है. ऐसे में जल्द ही बड़ी संख्या में ट्रेंड अभ्यर्थियों को शिक्षक बनने का मौका मिल सकता है.

ये भी पढ़ें –

बिहार CAA और NRC के विरोध में बंद के साथ समर्थन में भी सड़क पर उतरे लोग

बिहार: CAA और NRC के खिलाफ भारत बंद का मिलाजुला असर, भोजपुरी गानों पर नाचे जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ता

टैग: बिहार के समाचार, पटना समाचार

Source link

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *