सीबीएसई 12वीं का परिणाम आ चुका है. कुछ ही दिनों में राजस्थान बोर्ड भी 12वीं का परिणाम घोषित करने वाला है. उसके बाद शुरू होगा कॉलेजों में ‘मिशन एडमिशन’ का दौर. इसमें स्टूडेंट्स के लिए बेहतर कोर्स का चयन करना एक बड़ी चुनौती होता है. यह उसके करियर का टर्निंग प्वाइंट होता है. लेकिन कम्पीटिशन के इस दौर में अच्छी तरह से परफोर्म नहीं करने वाले युवाओं में निराशा का भाव आना स्वाभाविक है. ऐसे में करियर काउंसलर्स की सही गाइडेंस और अपने रूचि के विषय का चुनाव कर स्टूडेंट्स अपने भविष्य की राह को आसान बना सकते हैं.

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करियर काउंसलर्स का मानना है कि किसी भी स्टूडेंट को अपने परिणाम से किसी भी हाल में निराश होने की जरूरत नहीं है. क्योंकि प्रत्येक स्टूडेंट की प्रतिभा अलग-अलग होती है. वर्तमान में कई ऐसे विकल्प सामने आ रहे हैं, जो स्टूडेंट्स को उसकी योग्यता के अनुसार अवसर उपलब्ध कराते हैं. उच्च शैक्षणिक संस्थानों में भी ऐसे कोर्सेज उपलब्ध होने लग गए हैं. वहीं स्किल डवलपमेंट के कोर्सेज से जुड़कर भी युवा अपने भविष्य की राह को आसान कर सकता है.

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करियर काउसलिंग सेंटर्स का अभाव है परेशानी
प्रदेश में पर्याप्त संख्या में करियर काउसलिंग सेंटर्स का अभाव है. करियर एक्सपर्ट्स और पर्याप्त काउंसलिंग नहीं मिल पाने के कारण स्टूडेंट्स को सही मागर्दशन नहीं मिल पाता है. राजधानी जयपुर में राजस्थान विश्वविद्यालय के एक मात्र सेंटर पर काउसंलिंग के लिए स्टूडेंट्स का तांता लग रहता है.

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एक कदम आगे और एक कदम पीछे कभी भी कोई भी हो सकता है
राजस्थान विश्वविद्यालय के एसएबी के निदेशक डॉ. दीपक सक्सेना साफ शब्दों में कहते हैं सफलता पर कभी गुमान नहीं करें और ना असफलता पर कभी निराश हों. एक कदम आगे और एक कदम पीछे कभी भी कोई भी हो सकता है. मुख्य बात यह है कि अगर आप असफल हुए तो पहले उसके कारणों पर जाएं. कारणों की तह में जाकर देखें कि कमजोरी कहां रही है. उसे सुधारें. सफलता निश्चित तौर पर मिलेगी.

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वास्तविकता को स्वीकार करें. मोटिवेशन थॉट्स पढ़ें
वहीं कोटा के करियर काउंसलर अमित आहूजा कहते हैं कि बोर्ड परीक्षा की परफोर्मेंस किसी भी प्रतियोगी परीक्षा का कोई बहुत बड़ा आधार नहीं होती हैं. कम मार्क्स आने पर परेशान होने की जरुरत नहीं है. नेगेटिविटी नहीं पालें. कम पर्सेंटेज वालों के लिए भी बहुत से विकल्प मौजूद हैं. ऐसे बच्चे अपने आपको रिफ्रेश करें. करियर काउंसलर से सलाह लें. पारिवारिक सपोर्ट लें और दोस्तों से चर्चा करें. अपनी समस्या को उनके साथ शेयर करें. वास्तविकता को स्वीकार करें. मोटिवेशन थॉट्स पढ़ें.

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