अभिषेक रंजन/ मुजफ्फरपुर. कहते हैं कि प्रतिभा पैसों की मोहताज नहीं होती. बिहार के मुजफ्फरपुर के राजू सहनी ने इस कथनी को सच साबित कर दिखाया है. राजू सहनी का चयन भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के द्वारा यंग आर्टिस्ट्स स्कॉलरशिप के लिए हुआ है. मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर इलाके के अंबेडकर नगर के रहने वाले राजू सहनी की सक्सेस स्टोरी खुद भी किसी फिल्मी कहानी से किसी से कम नहीं.
झुग्गियों में रहने वाले राजू के सपनों को पंख लग गये हैं. राजू बताते हैं उन्हें शुरुआत से ही थिएटर में इंटरेस्ट था. इसमें उनकी मां ने उनका भरपूर साथ दिया. राजू की मां सिकंदरपुर इलाके में ही चाय की दुकान लगाती हैं. राजू बताते हैं कि बहुत गरीबी में जिंदगी जीने के बाद अब स्कॉलरशिप की मदद से उनके एक्टिंग के सपने को उड़ान मिलेगी.
राजू सहनी मुजफ्फरपुर के आकृति रंगमंच में एक्टिंग गुरु सुनील फेकानिया के छात्र हैं. राजू एक्टिंग में देश भर में कई बड़े मंच पर परफॉर्म कर चुके हैं. वो बताते हैं उन्हें एक्टर बनाने में उनके गुरु सुनील फेकानिया की बड़ी भूमिका रही है. मंच पर विभिन्न किरदार निभाने वाले राजू बताते हैं कि उनके पिता मजदूर हैं और उनकी मां चाय की दुकान चलाती हैं. तमाम अभावों के बाद भी उन्होंने अपने दिल की आवाज सुनी और एक्टिंग में अपना समय दिया. राजू ने कहा कि वो आगे चल कर बड़ा अभिनेता बनना चाहते हैं.
थिएटर के बड़े-बड़े मंचों पर परफॉर्म करने वाले राजू सहनी वर्धा के अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय से थिएटर की पढ़ाई कर रहे हैं.
बड़े मंच पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके
न्यूज 18 लोकल से बातचीत में राजू ने बताया कि कलाकार के लिए पैसे की नहीं, बल्कि अपने कला को प्रदर्शन करने के लिए मंच की जरूरत होती है. उन्होंने अपने जीवन का सबसे महत्वपूर्ण समय एक्टिंग को दिया है. इसके कारण भारत सरकार के द्वारा उन्हें एक्टिंग के लिए स्कॉलरशिप दिया जा रहा है.
राजू वर्तमान में दो दर्जन से अधिक बड़े मंचों पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं. उनका कहना है कि आगे भी मैं अपना एक्टिंग जारी रखूंगा और बड़ा अभिनेता बन कर काम करूंगा.
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पहले प्रकाशित : 15 जुलाई 2023, 4:38 अपराह्न IST