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कोल्हापुर के चाय विक्रेता के पास चुकंदर से बनी अलग गुलाबी रंग की चाय है – News18 हिंदी

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साईप्रसाद महेंद्रकर/कोल्हापुर: बहुत से लोग रिमझिम बारिश में गर्म चाय पीना पसंद करते हैं. जो लोग काम के सिलसिले में बाहर जाते हैं, वो बारिश शुरू होने पर सड़क किनारे चाय की गाड़ियों से मिलने वाली कड़क चाय पसंद करते हैं. कोल्हापुर में इस समय एक अलग चाय की चर्चा हो रही है. यह चुकंदर के पाउडर से बनी गुलाबी अमृत चाय है। कोल्हापुर में सीपीआर अस्पताल के पास चौराहे पर यह खास चाय मिलती है.

सीपीआर चौक में कस्बा बावड़ा की ओर जाने वाली सड़क पर, सिग्नल के ठीक बगल में, गुलाबी अमृत वाली एक छोटी सी चाय की दुकान है. इस चाय की दुकान की शुरुआत संतोष कुमार नवले ने की है. पहले वह फ्लावर डेकोरेशन का बिजनेस करते थे. वह खुद चाय के शौकीन हैं, इसलिए उन्होंने बारिश के मौसम में चाय का बिजनेस शुरू किया है.

गुलाबी रंग की चाय बनाने का फैसला
वर्तमान समय में हमें हर जगह अमृत रूपी चाय देखने को मिलती है. लेकिन हमें अमृत जैसी चाय से कुछ अलग चाहिए था तो संतोष नवले ने ये गुलाबी रंग की चाय बनाने के बारे में सोचा. फिर वह उसके लिए सोचने लगा. उन्होंने इसमें सुगंधित पाउडर या रंगों का प्रयोग न करने का निर्णय लिया था. उन्होंने यह गुलाबी रंग गुलकंद या गुलाब की पंखुड़ियों से पाने की कोशिश की. लेकिन अंततः उन्होंने इस गुलाबी रंग को लाने के लिए बीता का उपयोग करने का फैसला किया और उस विचार को पुरा किया.

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गुलाबी चाय बनाते समय सबसे पहले दूध को उबाला जाता है

चुकंदर का इस्तेमाल से आया गुलाबी रंग
चाय में चुकंदर का इस्तेमाल कर रंग लाने के लिए संतोष ने चुकंदर का पाउडर बनाकर चाय में इस्तेमाल किया है. इस बार उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि चुकंदर की वजह से चाय का स्वाद न बदले. नवले एक दोस्त से अमृत समान चाय मसाला और चुकंदर पाउडर मिलाकर मिश्रण तैयार करते हैं.

ऐसे बनती है गुलाबी अमृत जैसी चाय…

1) एक लीटर दूध से यह गुलाबी चाय बनाते समय सबसे पहले दूध को उबाला जाता है.

2) दूध उबलने के बाद इसमें एक पाउच चाय पाउडर, चीनी, इलायची, चाय मसाला और चुकंदर पाउडर का मिश्रण मिलाया जाता है.

3) इस मिश्रण को डालने के बाद इसे दोबारा उबालना है.

4) इसके बाद इसमें सिर्फ एक छोटा गिलास चीनी मिलानी है. (चाय मसाला में थोड़ी चीनी भी होती है.)

5) फिर चाय को उबाला जाता है.

6) चाय को लगभग 5 मिनट तक उबालने के बाद इसका रंग अच्छा गुलाबी हो जाता है. साथ ही एक अच्छी सुगंध भी आने लगती है.

7) फिर इस गरमागरम चाय को ग्राहकों को पीने के लिए परोसा जाता है.

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