हाइलाइट्स
अलसी के बीज से कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी कम किया जा सकता है.
साबुत अलसी के बीज को पीसकर खाने से उसका फायदा ज्यादा होता है.
कैंसर से बचाते हैं अलसी के बीज: कई ऐसे फूड हैं जिन्हें पुराने जमाने के लोग चाव से खाते थे. उन्हें पता हो या न हो, लेकिन ये फूड उन्हें कई बीमारियों से सुरक्षा करते थे. समय के साथ-साथ इन फूड का चलन बहुत कम हो गया. इन्हीं में एक अनाज है अलसी. आजकल अलसी के बीज को वैज्ञानिक परीक्षण होने के बाद सुपरफूड माने जाने लगा है. रिसर्च के मुताबिक अलसी के बीज में चमत्कारिक गुण पाए जाते हैं. अलसी के बीज में प्रोटीन, फाइबर और ओमेगा 3 फैटी एसिड का खजाना भरा रहता है. इसमें कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर में फ्री रेडिकल्स होने से बचाता है. फ्री रेडिकल्स के कारण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस होता है जिससे हेल्दी कोशिकाएं खत्म होने लगती है.
सिर्फ 7 ग्राम अलसी के बीज से 37 कैलोरी ऊर्जा मिल जाती है. इसके साथ ही इसमें कार्बोहाइड्रैट, फैट, थियामिन, कॉपर, मैग्नीज, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, सेलिनियम, जिंक, विटामिन बी 6, आयरन, फॉलेट जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं. अलसी के बीज से कैंसर, हार्ट की बीमारी और डायबिटीज से बचा जा सकता है. यह वजन कम करने में भी सहायक है.
इस तरह करता है कैंसर से बचाव
हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक अलसी के बीज में प्लांट कंपाउड लिजनेंस होता है. पबमेड सेंट्रल जर्नल के मुताबिक अध्ययन में पाया गया है कि लिजनेंस में एंटी-कैंसर गुण पाया जाता है. अलसी के बीज इस मामले में इतने शक्तिशाली है कि इसमें अन्य प्लांट फूड के मुकाबले 75 से 800 गुना ज्यादा लिजनेंस कंपाउड पाया जाता है. यही कारण है कि अलसी के बीज का सेवन करने से कैंसर का विकास होना शरीर में मुश्किल हो जाता है. कुछ अध्ययनों में यह स्पष्ट रूप से प्रमाणित हुआ है कि अलसी के बीज के सेवन से ब्रेस्ट कैंसर नहीं होता है खासकर मेनोपॉज के बाद होने वाला कैंसर. जानवरों और टेस्ट ट्यूब में हुए अध्ययनों में पाया गया कि अलसी के बीज में कोलोन कैंसर, स्किन कैंसर, ब्लड कैंसर, लंग्स कैंसर सहित कई कैंसरों से बचाव की क्षमता है.
कोलेस्ट्रॉल को भी करता है कम
रिपोर्ट के मुताबिक अलसी के बीज से कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी कम किया जा सकता है. पेरीफेरल आर्टरी डिजीज से पीड़ित व्यक्तियों पर एक महीने तक अध्ययन में शामिल किया गया. इसमें एक महीने तक इन व्यक्तियों को 30 ग्राम तक अलसी के बीज खाने को कहा गया. एक महीने के बाद हैरान करने वाले नतीजे सामने आए. अध्ययन में देखा गया कि जिन लोगों का एलडीएल कोलेस्ट्रॉल लेवल बहुत अधिक बढ़ा हुआ था उसका लेवल सिर्फ एक महीने के अंदर 15 से 20 प्रतिशत तक सिर्फ अलसी के बीज से कम हो गया. इसी तरह बीपी के मरीजों को जब 12 सप्ताह तक अलसी के बीज का सेवन कराया गया तो उनमें भी बीपी का स्तर एकदम नीचे हो गया.
शुगर भी होता है कंट्रोल
अलसी के बीज ब्लड शुगर कंट्रोल करने में भी माहिर है. कई अध्ययनों में पाया गया कि अलसी के बीज ब्लड शुगर को कम करते हैं और इंसुलिन रेजिस्टेंस से बचाते हैं. इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है. अलसी के बीज में सॉल्यूबल फाइबर की प्रचूरता के कारण ब्लड शुगर को नीचे ले आता है. ऐसे में टाइप 2 डायबिटीज वाले लोग अगर अलसी के बीज का सेवन करें तो यह काफी मददगार साबित हो सकता है.
अलसी का सेवन करने का तरीका
साबुत अलसी के बीज को पीसकर खाने से उसका फायदा ज्यादा होता है. साबुत अलसी के बीज में ऊपर भूरे रंग का एक कवर होता है, जिसे पचाना आंत के लिए काफी मुश्किल होता है. इसलिए इसे पीसकर खाने से ज्यादा फायदा होगा. आप अलसी के बीज का सेवन खाली पेट करें तो वो आपकी बॉडी को ज्यादा फायदा पहुंचाएगा. आप चाहें तो रात को सोने से पहले भी अलसी का सेवन कर सकते है, क्योंकि यह अच्छी नींद लाने में मददगार है.
.
टैग: कैंसर, स्वास्थ्य, स्वास्थ्य सुझाव, जीवन शैली
पहले प्रकाशित : 27 जून, 2023, शाम 7:44 बजे IST