नई दिल्ली. कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में खालिस्तान समर्थकों ने 5 किलोमीटर की लंबी परेड निकाली, जिसकी झांकी में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का सीन दिखाया गया. वहीं घटना के प्रति कनाडा के उच्चायुक्त ने कड़ा विरोध जताया है. कनाडा के उच्चायुक्त कैमरन मैके ने गुरुवार को घटना से स्तब्ध होकर कहा कि उनके देश में नफरत या हिंसा के महिमामंडन के लिए कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि वह इसकी “स्पष्ट रूप से निंदा” करते हैं. कनाडा के उच्चायुक्त की यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आने के बाद आई है, जिसमें दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या को दर्शाती एक नाव दिखाई दे रही है.

4 जून को कथित तौर पर आयोजित की गई थी परेड
फ्लोट कथित तौर पर कनाडा के ब्रैम्पटन में खालिस्तान के समर्थकों द्वारा निकाली गई 5 किलोमीटर लंबी परेड का हिस्सा था. रिपोर्टों में कहा गया है कि ऑपरेशन ब्लू स्टार की 39 वीं वर्षगांठ से दो दिन पहले 4 जून को परेड आयोजित की गई थी. हालांकि न्यूज18 स्वतंत्र रूप से इस वीडियो की प्रमाणिकता को सत्यापित नहीं करता है. क्लिप वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने प्रतिक्रिया व्यक्त की और मार्च की निंदा की.

ऑपरेशन ब्लू स्टार की मनाई गई बरसी
बता दें कि ऑपरेशन ब्लूस्टार 1984 में स्वर्ण मंदिर से उग्रवादियों को बाहर निकालने के लिए चलाया गया एक सैन्य अभियान था. इंदिरा गांधी के पोते, राहुल गांधी, हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान खालिस्तानी समर्थकों के एक समूह द्वारा घेर लिए गए थे. राहुल गांधी सांता क्लारा में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस यूएसए द्वारा आयोजित ‘मोहब्बत की दुकान’ कार्यक्रम में बोल रहे थे, जब दर्शकों में से कुछ लोगों ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के संबंध में उनके और गांधी परिवार के खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए.

राहुल गांधी की सभा में लगाए गए थे नारे
नारेबाजी के जवाब में अविचलित गांधी मुस्कुराए और कहा: “स्वागत है, स्वागत है…नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान.” बता दें कि 6 जून को ऑपरेशन ब्लूस्टार की 39वीं बरसी पर स्वर्ण मंदिर परिसर में कट्टरपंथी सिख संगठनों के समर्थकों और कार्यकर्ताओं द्वारा खालिस्तान समर्थक नारे भी लगाए गए थे. अकाल तख्त पर सांसद सिमरनजीत सिंह मान और उनके सहयोगी पूर्व सांसद ध्यान सिंह मंड के नेतृत्व में शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के कार्यकर्ताओं ने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए, मान भी मौके पर मौजूद थे.

जरनैल सिंह भिंडरावाले के समर्थन में लगाए गए थे नारे
कट्टरपंथी सिख संगठन दल खालसा के कार्यकर्ताओं को मारे गए उग्रवादी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले के चित्र वाली तख्तियां लिए और खालिस्तान समर्थक नारे लगाते देखा गया. दल खालसा के नेतृत्व में सैकड़ों सिख युवक खालिस्तानी झंडे और क्षतिग्रस्त अकाल तख्त की तस्वीरें लिए हुए थे.

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